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महिलाओं के सब्र का बांध टूटा, मेन रोड को तीन घंटे तक रखा जाम

जासं, झरिया : लगातार तीन दिनों से झरिया शहर में पानी नहीं मिलने व तीन माह से पानी की समस्य

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Aug 2018 11:06 PM (IST)Updated: Thu, 30 Aug 2018 11:06 PM (IST)
महिलाओं के सब्र का बांध टूटा, मेन रोड को तीन घंटे तक रखा जाम
महिलाओं के सब्र का बांध टूटा, मेन रोड को तीन घंटे तक रखा जाम

जासं, झरिया : लगातार तीन दिनों से झरिया शहर में पानी नहीं मिलने व तीन माह से पानी की समस्या से परेशान शहर की महिलाओं का सब्र गुरुवार को टूट गया। महिलाएं घर की दहलीज को लांघकर दोपहर को मेन रोड जाम कर दिया।

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कड़ी धूप व बारिश की परवाह किए बगैर

सड़क पर बैठी रहीं। सड़क जाम से झरिया बाजार की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बाधित हो गई। प्रदर्शनकारी जेल दो या जल दो के नारे लगा रहे थे। महिलाओं ने कहा कि लगातार तीन महीने से पानी के भीषण संकट से जूझ रहे हैं। तीन दिनों से तो एक बूंद भी पानी नसीब नहीं हो रहा। जिला प्रशासन, झमाडा प्रबंधन,  नगर निगम और झरिया, धनबाद के जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं है।

महिलाओं का कहना था कि जब तक पानी नहीं मिलेगा। सड़क जाम नहीं हटेगा। पानी नहीं पानी मिलने से महिलाओं का प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बहुत गुस्सा था। प्रदर्शन में झरिया बाजार की सैकड़ों महिलाएं शामिल हुई।

सड़क जाम के एक घंटे बाद तक प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारी, जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचे। एक घंटे बाद झरिया थाना के एएसआइ एमके ¨सह मौके पर पहुंचकर महिलाओं को समझाकर जाम हटवाने का प्रयास किया। लेकिन बात नहीं बनी।

मौके पर पदमा गुप्ता, रेखा देवी, संध्या देवी, प्रीति, हीरा देवी, सुनीता देवी, नीतू देवी, गीता देवी, सीमा गुप्ता, शीला गुप्ता, प्रिया वालिया, कमलजीत कौर, लक्ष्मी देवी, ¨बदा देवी, गिरीश ¨सह, राजेश ¨सह, प्रीतम रवानी, कमल शर्मा, शिवराज साहू, मुकेश केसरी आदि थे।

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थाना प्रभारी से हुई नोकझोंक

मेन रोड में सड़क जाम की सूचना पाकर झरिया के थाना प्रभारी सुधीर कुमार दोपहर दो बजे पहुंचे। थाना प्रभारी ने महिलाओं को समझाकर सड़क जाम हटाने की कोशिश की। लेकिन सफल नहीं हुए। इस दौरान महिलाओं से नोकझोंक भी हुई। थाना प्रभारी का कहना था कि आप हमे लिखित दें, समस्या का समाधान करायेंगे। महिलाओं का कहना था कि पूर्व में ही प्रशासनिक अधिकारियों को लिखित दे चुके हैं। अभी तक जल संकट का समाधान नहीं हुआ। पानी मिलेगा तभी हटेंगे। हालांकि थाना प्रभारी ने टैंकर से जलापूíत कराने की बात कही। लेकिन महिलाएं जामाडोबा से जलापूíत कराने की बात पर अड़ी रहीं। इसके बाद थाना प्रभारी ने सड़क जाम की जानकारी एसडीओ व झरिया के सीओ को दी। सीओ के आश्वासन पर खत्म हुआ आंदोलन

एसडीओ के आदेश पर झरिया के सीओ केएन ¨सह मेन रोड पहुंचे। सीओ ने कहा कि आपलोगों की मांगें जायज हैं। टैंकर से जल आपूíत की व्यवस्था झरिया बाजार में करते हैं। शीघ्र स्थाई जलापूíत की व्यवस्था करने में असमर्थ हैं। जामाडोबा जल संयंत्र के मोटर पंप के खराब होने से यह हालत  हुई है। कुछ दिनों में मोटर दुरुस्त होने के बाद नियमित जलापूíत होने लगेगी। महिलाओं ने टैंकर से पानी लेने से इनकार कर दिया। महिलाओं और प्रशासनिक, पुलिस अधिकारियों से दुबारा नोकझोंक व गरमा गरम बहस भी हुई। तीन घंटे बाद सीओ ने रात तक जलापूíत कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद महिलाओं ने जाम हटा दिया।


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