प्रिस व आलोक का शव घर पहुंचते ही रोया मोहल्ला
संस धनसार ईस्ट भगतडीह स्थित बंद आरएसपी कॉलेज मैदान में शुक्रवार को वज्रपात की चपेट में
संस, धनसार : ईस्ट भगतडीह स्थित बंद आरएसपी कॉलेज मैदान में शुक्रवार को वज्रपात की चपेट में आकर प्रिस कुमार व आलोक कुमार दो बच्चे की मौत हो गई थी। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद आलोक का शव ईस्ट भगतडीह और प्रिस का शव वाटर बोर्ड माडा कॉलोनी पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। महिलाएं शवों से लिपटकर दहाड़ मार-मारकर रोने लगीं। प्रिस के शव से उनकी मां राखी सिंह लिपट गई। रोती हुई यही कह रही थी कि ये क्या हो गया बेटा। मैंने ये कभी यह सोचा भी नहीं था। कोई मेरे लाल को लौटा दो। मां की करुणा भरी चीत्कार सुनकर आसपास मौजूद कई लोग रो पड़े।
आलोक के शव से लिपटकर उनकी मां मधु देवी व बहन अनन्या फफक फफककर रो रही थी। मां मधु बार-बार यही कहकर चीत्कार मार रो रही थी कि मेरा बेटा फुटबॉल खेलने गया है। अब आता ही होगा। वहीं बहन अनन्या के भी आंसू नहीं रुक रहे थे। थोड़ी देर बाद ही शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए मोहल्ले के लोग लेकर चले गए। प्रिस का अंतिम संस्कार जीतपुर जोड़िया के किनारे और आलोक का अंतिम संस्कार बस्ताकोला श्मशान घाट में किया गया। झमाडा के अधिकारी अरुण सिंह के पुत्र की मौत की सूचना पाकर एसडीओ पंकज झा, हेड क्लर्क समीदन पाल, एसएम दाउदी, पूर्व पार्षद जय कुमार आदि लोगों ने दुखी परिवार को सांत्वना दी। भाजपा नेत्री रागिनी सिंह भी दोनों मृतक परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की। शव को एसएनएमएमसीएच से लाने के लिए दो एंबुलेंस भेजा। दोनों शवों को घर तक लाया गया। रागिनी ने कहा कि दुख की इस घड़ी में दुखी परिवार के साथ हैं।