वार्ता में सहमति बनने के बाद कुइयां कोलियरी में आंदोलन हुआ स्थगित
घनुडीह परियोजना के असंगठित मजदूरों को पर्याप्त मात्रा में कोयला देने के सवाल पर मंगलवार को केओसीपी परियोजना पदाधिकारी के साथ कार्यालय में मजदूर प्रतिनिधियों की वार्ता हुई।
तिसरा : घनुडीह परियोजना के असंगठित मजदूरों को पर्याप्त मात्रा में कोयला देने के सवाल पर मंगलवार को केओसीपी परियोजना पदाधिकारी के साथ कार्यालय में मजदूर प्रतिनिधियों की वार्ता हुई। वार्ता में घनुडीह न्यू बाफर के समीप मशीन लगाकर कोयला उत्पादन करने एवं उत्पादित कोयला को वहीं के ट्रक लोडर मजदूरों को देने की बात पर सहमति बनी। सहमति बनने के बाद जनता मजदूर संघ ने बंद के आंदोलन को फिलहाल स्थगित कर दिया है।
वार्ता में असंगठित मजदूर के क्षेत्रीय सचिव उपेंद्र सिंह ने कहा कि लगभग तीन साल बीत गए। प्रबंधन की अनदेखी करने के कारण यहां के मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। कई मजदूर पलायन भी कर गए हैं। जबकि वर्तमान में परियोजना भी बंद है। इस परियोजना की जमीन कुइयां परियोजना को दे दी गई है। इसलिए हम लोगों का हक बनता है कि हमें लोडिग के लिए कोयला दिया जाए, ताकि मजदूरों की रोजी-रोटी बरकरार रहे और उनके परिवार की आजीविका चलती रहे। कहा कि प्रबंधन की ओर से आश्वासन मिला है कि मशीन लगाकर कोयला दिया जाएगा। 29 जनवरी को प्रबंधन और यूनियन प्रतिनिधि यहां का निरीक्षण करेंगे। बगल में जो भी लोग रह रहे हैं उनके विस्थापन को लेकर हर संभव और बेहतर प्रयास किया जाएगा। लगभग पांच सौ मजदूरों की रोजी-रोटी के लिए प्रबंधन पहल करेगी। वार्ता में प्रबंधन की ओर से संजीव कश्यप, यूनियन की ओर से रुद्र प्रताप सिंह, दिनेश सिंह, अनिल नोनिया, नरेंद्र सिंह, जादू राम, सिकंदर मंडल, नंदलाल भुइयां, महेश महतो, सुरेश पासवान, ओम प्रकाश पासवान, शालिग्राम पासवान, प्रमोद पासवान आदि लोग मौजूद थे।