देवभूमि के चार धाम तीर्थ जाना हो सकता है मुश्किल, एक मई के बाद हावड़ा-योग नगरी ऋषिकेश का टिकट नहीं
हरिद्वार महाकुंभ में जानेवाले यात्रियों को वहां तक पहुंचने में कठिनाई हो सकती है। भीड़ बढ़ने के मद्देनजर रेलवे ने हरिद्वार तक जानेवाली ट्रेनों को लक्सर और आसपास के स्टेशनों में ठहराव देने की योजना बनाई है। इसके बाद हरिद्वार से आगे जानेवाली ट्रेनें बिना वहां रुके ही चली जाएंगी।
जागरण संवाददाता, धनबाद: हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ में जानेवाले यात्रियों को वहां तक पहुंचने में कठिनाई हो सकती है। भीड़ बढ़ने के मद्देनजर रेलवे ने हरिद्वार तक जानेवाली ट्रेनों को लक्सर और आसपास के स्टेशनों में ठहराव देने की योजना बनाई है। इसके बाद हरिद्वार से आगे जानेवाली ट्रेनें बिना वहां रुके ही चली जाएंगी। बताया गया है कि 11 से 14 अप्रैल तक रेलवे की यह व्यवस्था प्रभावी होगी। बाद में कुंभ स्नान की अन्य तिथियों के दौरान भी इस व्यवस्था को अपनाया जा सकता है।
14 मई को अक्षय तृतीया: दूसरी ओर, इस साल 14 मई को अक्षय तृतीया है। इस तिथि पर उत्तराखंड के चार धाम खुलते हैं। हिमालय की बफीर्ली पहाड़ियों पर बसे बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के दरबार में लाखों श्रत्द्धालु तीर्थ करने पहुंचते हैं। पिछले साल लॉकडाउन की वजह से चार धाम की यात्रा स्थगित कर दी गई थी। इस बार भी परिस्थिति बदल सकती है। धनबाद होकर हरिद्वार जानेवाली एकलौती ट्रेन दून एक्सप्रेस 30 अप्रैल तक के लिए ही टिकट बुक हो रहे हैं। ट्रेन रात 12 बजे के बाद धनबाद पहुंचती है, जिस वजह से यहां के यात्रियों को एक मई तक के लिए टिकट बुकिंग की अनुमति मिली है। इसके बाद टिकटों की बुकिंग बंद है।
गौरतलब है कि देशभर की ज्यादातर ट्रेनों के फेरे बढ़ाने का एलान कर दिया गया है। ज्यादातर ट्रेनें 30 जून से दो जुलाई तक चलने वाली हैं, पर दून एक्सप्रेस को लेकर अब तक रेलवे के स्तर पर फेरे बढ़ाने को लेकर घोषणा नहीं हुई है।