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Bird Flu Alert: तड़पते काैए लेकर वकालत करने डीसी के घर पहुंचे वकील साहब, दौड़ा आया कम्पाउण्डर

धनबाद के उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने जिला पशुपालन पदाधिकारी को फोन किया। इसके बाद जिला पशुलान पदाधिकारी ने अपने अस्पताल के एक कम्पाउण्डर को रवाना किया। वह अधिवक्ता रामपुनीत चाैधरी के घर पहुंचा। काैए की जांच की। फिर कम्पाउण्डर इलाज के लिए कौए को अपने साथ ले गया।

By MritunjayEdited By: Published: Sun, 17 Jan 2021 11:10 AM (IST)Updated: Sun, 17 Jan 2021 07:10 PM (IST)
Bird Flu Alert: तड़पते काैए लेकर वकालत करने डीसी के घर पहुंचे वकील साहब, दौड़ा आया कम्पाउण्डर
धनबाद के सिंफर ग्राउंड में तड़पता हुआ मिला कौआ ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। बर्ड फ्लू अब धनबाद भी पहुंच चुका है। केंद्रीय खनन व ईंधन अनुसंधान संस्थान परिसर (सीआइएमएफआर) में कौआ और अन्य चिड़ियां मर रहे हैं। सुबह की सैर काे सिंफर परिसर जाने वाले अधिवक्ता रामपुनीत चाैधरी ने रविवार की सुबह भी एक कौआ काे मृत पाया। एक कौआ तड़प रहा था। चाैधरी उस कौए काे अपने साथ अपने आवास ले आए। बाद में वे उसे इलाज कराने के लिए धनबाद के उपायुक्त उमाशंकर सिंह के आवास पहुंच गए। हालांकि उपायुक्त उस वक्त आवास में नहीं थे। वे जिम गए हुए थे। दूरभाष पर कर्मियाें ने बात कराई ताे उपायुक्त ने उनके पास जिला पशुपालन पदाधिकारी काे भेजने की बात कही। इसके बाद चाैधऱी काैए काे लेकर अपने आवास पहुंच गए। 

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सिंफर ने नहीं ली पक्षियों की सुध

चाैधरी के मुताबिक उन्हाेंने सिंफर परिसर में तकरीबन 30 नीम के पाैधे लगाए हैं। वे प्रत्येक दिन सिंफर परिसर सुबह की सैर काे जाते हैं और प्रत्येक रविवार काे पाैधाें में पानी देते हैं। पिछले एक-दाे दिन में उन्हाेंने कई चिड़ियां काे मृत पाया और इसकी सूचना सिंफर कर्मियाें काे दी। हालांकि काेई कार्रवाई नहीं हुई न ही यह जांच की गई कि वे बर्ड फ्लू से मर रहे हैं या किसी अन्य बीमारी से। पहले मृत चिड़िया नहीं मिलते थे। बर्ड फ्लू के दाैरान मृत हाेने से पक्षियाें में इसका असर हाेने की आशंका है। यही साेचकर रविवार काे वे एक तड़प रहे काैआ काे लेकर उपायुक्त कार्यालय पहुंचे और इलाज की व्यवस्था कराने की बात कही। दरअसल उनके पास जिला पशुपालन पदाधिकारी का काेई संपर्क संख्या पता नहीं था। न ही वे पशुपालन अस्पताल कहां है यह जानते हैं। उपायुक्त के आश्वासन के बाद वे अपने आवास लाैट आए। हालांकि संक्रमित पक्षी काे उठाना खतरनाक हाे सकता है लेकिन जब तक जांच न हाे तब तक लाेग सजग भी नहीं हाे सकते। लिहाजा उन्हाेंने यह खतरा उठाने का फैसला लिया। 

उपायुक्त के आदेश पर पहुंचा कम्पाउण्डर

उपायुक्त ने जिला पशुपालन पदाधिकारी को फोन किया। इसके बाद जिला पशुलान पदाधिकारी ने अपने अस्पताल के एक कम्पाउण्डर को रवाना किया। वह अधिवक्ता रामपुनीत चाैधरी के घर पहुंचा। काैए की जांच की। फिर कम्पाउण्डर इलाज के लिए कौए को अपने साथ ले गया। 


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