Move to Jagran APP

धनबाद में सरकारी विभागों पर करोड़ों का बिजली बिल बकाया, जनता पूछ रही- जीएम साहब, इन विभागों की कब कटेगी बिजली

झारखंड बिजली वितरण निगम एक तरह जहां पांच हजार रुपये से अधिक बिजली बिल का बकाया रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रह है। उनसे फाइन ले रही है व उनका कनेक्शन काट रही है। वहीं सरकारी संस्थानों पर करोड़ों पर बिजली बिल बकाया है लेकिन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जिन प्रमुख सरकारी संस्थानों का ज्यादा बिजली बिल बकाया है उनमें कोर्ट जिला प्रशासन स्वास्थ्य व पुलिस विभाग भी शामिल हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 06:30 AM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 06:30 AM (IST)
धनबाद में सरकारी विभागों पर करोड़ों का बिजली बिल बकाया, जनता पूछ रही- जीएम साहब, इन विभागों की कब कटेगी बिजली
धनबाद में सरकारी विभागों पर करोड़ों का बिजली बिल बकाया, जनता पूछ रही- जीएम साहब, इन विभागों की कब कटेगी बिजली

जागरण संवाददाता, धनबाद : झारखंड बिजली वितरण निगम एक तरह जहां पांच हजार रुपये से अधिक बिजली बिल का बकाया रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रह है। उनसे फाइन ले रही है व उनका कनेक्शन काट रही है। वहीं सरकारी संस्थानों पर करोड़ों पर बिजली बिल बकाया है लेकिन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जिन प्रमुख सरकारी संस्थानों का ज्यादा बिजली बिल बकाया है, उनमें कोर्ट, जिला प्रशासन, स्वास्थ्य व पुलिस विभाग भी शामिल हैं। और तो और खुद बिजली विभाग का लाखों रुपये का बिजली बिल बकाया है। लेकिन इनपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। झारखंड बिजली वितरण निगम सरकारी विभागों से बकाया वसूली के नाम पर सिर्फ कागजी प्रक्रिया पूरी करके ही इतिश्री कर ले रही है। झमाडा पर सबसे अधिक बकाया :

loksabha election banner

धनबाद एरिया बोर्ड का सबसे अधिक बकाया झामाडा पर है। झमाडा का 194 करोड़ रुपये बकाया है। इसे लेकर झमाडा को कई बार पत्र लिखा गया है। लेकिन झामाडा राशि का भुगतान नहीं कर रही है। विभाग के अधिकारी का कहना है कि वेतन भुगतान को राशि ही नहीं तो बिजली विभाग को भुगतान कहां से करेंगे। धनबाद सर्किल का सरकारी संस्थानों पर बकाया :-

मिश्रित भवन- 1.38 करोड़

सार्जेंट मैजर हीरापुर- एक करोड़

पोलिटेक्निक- 40.39 लाख

डिप्टी कमिश्नर-37.99 लाख

बिरसा मुंडा पार्क -37.30 लाख

डीसी ऑफिस- 36.57 लाख

रजिस्ट्रार, सिविल कोर्ट- 24.71 लाख

झामाडा- 194.84 करोड़

सदर एसडीओ-18.30 लाख

जिला कल्याण पदाधिकारी मिश्रित भवन-17.49 लाख

कोर्ट कैंपस-19.81 लाख

सर्किट हाउस- 23.30 लाख

कार्यपालक अभियंता आइटीआइ कैंपस- 2.06 करोड़

कार्यपालक अभियंता बिजली विभाग टीआरडब्ल्यू- 24.42 लाख

पीडब्ल्यूडी- 2.27 करोड़

कार्यपालक अभियंता, पीईएचडी- 23.92 लाख

कार्यपालक अभियंता, पंप हाउस हाउसिंग बोर्ड -37.82 लाख

विशेष अधिकारी, मिश्रित भवन 1.38 करोड़

विशेष अधिकारी, आइएसएम गेट, 66.93 लाख

विशेष अधिकारी, मिश्रित भवन एसएस वन -1.38 करोड़ इसमें चास सर्किल के सरकारी संस्थानों का बकाया शामिल नहीं है। 4175 लोगों का कट चुका है कनेक्शन

बिजली विभाग बकाया बिजली बिल लेकर रेस है। इसके लिए जिले में लगातार अभियान चलाया जा रहा है। अब तक 4175 लोगों का कनेक्शन काटा जा चुका है। वहीं 120 लोगों पर एफआइआर किया जा चुका है। चार घंटे रोज बिजली काट रहा है डीवीसी

वहीं बकाया भुगतान को लेकर डीवीसी द्वारा बिजली कटौती जारी है। डीवीसी हर दिन चार घंटे तक बिजली काट रहा है। डीवीसी द्वारा जिले में दो घंटे का शटडाउन व दो घंटे अतिरिक्त बिजली काटी जा रही है।

बड़े बकाएदार और सरकारी संस्थानों पर करोड़ों का बकाया है। बकाया को लेकर सरकार से 800 करोड़ रुपये की मांग की गई है। इसमें धनबाद का 225 करोड़ रुपये का हिस्सा है। विभाग को भुगतान को लेकर लगातार पत्र दिया जा रहा है। झमाडा पर ही 194 करोड़ रुपये का बकाया है। लगभग हर सरकारी विभाग का बकाया है। - अजीत कुमार, महाप्रबंधक धनबाद एरिया बोर्ड


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.