बस्ताकोला जीएम कार्यालय में बैट्री फटने से मजदूर हुआ जख्मी
धनसार बस्ताकोला जीएम कार्यालय में बुधवार को कैमको क्रेंक कंपनी की बैट्री फटने से जनरल मजदूर सोनू उरांव जख्मी हो गया।
धनसार : बस्ताकोला जीएम कार्यालय में बुधवार को कैमको क्रेंक कंपनी की बैट्री फटने से जनरल मजदूर सोनू उरांव जख्मी हो गया। बैट्री फटने की तेज आवाज से क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों व कर्मियों में हड़कंप मच गया। सभी दौड़कर बाहर निकले। जेनरेटर के पास गए तो देखा कि सोनू जख्मी था। आसपास बैट्री का मलबा बिखरा पड़ा था। बैट्री फटने की जानकारी पाकर अधिकारी व कर्मियों ने राहत की सांस ली। जख्मी को इलाज के लिए तुरंत केंद्रीय अस्पताल भेजा गया। बाद में प्रबंधन की लापरवाही के विरोध में क्षेत्रीय कार्यालय के कर्मियों ने खूब हंगामा किया। आक्रोशित कर्मियों का कहना था कि कमीशन खोरी के चलते घटिया किस्म की बैट्री का उपयोग किया जाता है। बैट्री की गुणवत्ता बेहतर होती तो घटना नहीं होती। क्षेत्रीय परचेज विभाग में काफी गड़बड़झाला हो रहा है। प्रबंधन पूरे मामले की जांच कमेटी बनाकर करें। मांग को लेकर कार्यालय के मुख्य द्वार के पास कर्मी काफी देर तक जमीन पर बैठ गए। सूचना पाकर जीएम एस चटर्जी, एजीएम पीके मिश्रा, सेफ्टी जीएम एके सिंह मौके पर पहुंचकर छानबीन की। सेफ्टी जीएम ने कर्मियों को शीघ्र बैट्री रखने का स्थान अलग कर उसका बॉक्स बनाने का निर्देश दिया।
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ऐसे हुई घटना :
बताया जाता है कि प्रथम पाली में बिजली कटने के बाद जेनरेटर व स्टार्टर का स्विच ऑन करने के लिए सोनू पहुंचा। स्विच ऑन करते ही बैट्री जोरदार आवाज के साथ फट गई। बैट्री से निकले एसिड सोनू के चेहरे पर लग गया। जख्मी सोनू दर्द से तड़पने लगा। कर्मियों ने उसके चेहरे पर पानी डालकर राहत दी। उसे अस्पताल पहुंचाया गया। बताते हैं कि उस नई बैट्री को एक दिन पूर्व ही बाजार से मंगाकर मंगलवार शाम को लगाया गया था। कर्मियों का कहना है कि पुराने जेनरेटर सेट को बदलने की मांग कई बार प्रबंधन से की गई। पर कर्मियों की सुरक्षा के प्रति प्रबंधन गंभीर नहीं है। जीएम ने कर्मियों को शीघ्र जेनरेटर सेट बदलने का आश्वासन दिया, तब जाकर सभी शांत हुए। मौके पर जमसं के अक्षय कुमार यादव, सुनील कुमार राम, अवध हरिजन, विनोद कुमार, रंजीत सिंह आदि थे।
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क्षेत्रीय कार्यालय में बैट्री कंपनी के माध्यम से लगाई गई थी। घटना कैसे हुई। इसकी जांच की जा रही है। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
- सोमेन चटर्जी, जीएम बस्ताकोला।