रिश्वत लेते गिरफ्तार डॉक्टर साहब को लगा पुराना रोग, जेल के बजाय भेजे गए अस्पताल Dhanbad News
धनबाद जेल में भेजने की तैयारी हुई तो डॉक्टर कुंदन ने खुद को बीमार बताया। ह्रदय रोग से लेकर बीपी और मधुमेह की बीमारी तक सामने आ गई।
धनबाद, जेएनएन। जब भी बड़े और रसूखदार लोगों को जेल जाने की नाैबत आती है तो पुरानी बीमारी उपट जाती है। बीमारी भी ऐसी-ऐसी कि डॉक्टर भी नहीं पकड़ पाते हैं। नतीजतन, अदालत भी उन्हें जेल के बजाय अस्पताल में भेजने का आदेश देता है। इसी तरह की बीमारी गिरिडीह जिले के बेंगाबाद प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. कुंदन कुमार को लगी है। उनकी बीमारी को देखते हुए धनबाद जेल के बजाय पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है।
पांच हजार रुपये रिश्वत लेते एसीबी ने पकड़ा
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने डॉ. कुंदन कुमार को मंगलवार को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बेंगाबाद में बनाए जा रहे अस्पताल भवन में गेट ग्रिल की आपूर्ति करने वाले जितेन्द्र कुमार ने एसीबी में चिकित्सक के खिलाफ बिल पास करने के एवज में रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके आधार पर एसीबी की टीम ने पूरे मामले की जांच की। मामले सही पाए जाने के बाद चिकित्सा पदाधिकारी को गिरफ्तार करने के लिए एसीबी टीम मंगलवार की शाम गिरिडीह पहुंची। इस दौरान डॉक्टर के आवास के इर्दगिर्द पूरी टीम खड़ी रही, जबकि शिकायतकर्ता जितेन्द्र के साथ एसीबी के एक अधिकारी उसके रिश्तेदार बनकर उनके घर पर दाखिल हुए। बिल पास करने के एवज पर मांगे गए रिश्वत के पांच हजार रुपये जितेन्द्र कुमार ने डॉक्टर के टेबल पर रख दिया। उसे उठाने के लिए जैसे चिकित्सा पदाधिकारी ने हाथ लगाया एसीबी के अधिकारी ने उन्हें धर दबोचा। डॉक्टर कुंदन की गिरफ्तारी के बाद एसीबी की टीम ने उनके घर के कमरों व अन्य सामानों को भी खंगाला। इसके बाद गिरफ्तार चिकित्सा पदाधिकारी को अपने साथ धनबाद लेते गई। टीम में एसीबी के डीएसपी समीर तिर्की, कार्यपालक दंडाधिकारी गुलजार अंजुम के अलावा अन्य सदस्य शामिल थे।
धनबाद में पूछताछ के दाैरान डॉक्टर साहब हो गए बीमार
बेंगाबाद से गिरफ्तार करने के बाद डॉक्टर कुंदन को एसीबी टीम लेकर धनबाद पहुंची। धनबाद एसीबी कार्यालय में पूछताछ की गई। इसके बाद धनबाद जेल में भेजने की तैयारी हुई तो डॉक्टर साहब ने खुद को बीमार बताया। ह्रदय रोग से लेकर बीपी और मधुमेह की बीमारी तक सामने आ गई। इसके बाद उन्हें कोर्ट की जानकारी में जेल के बजाय पीएमसीएच में भर्ती करा दिया गया। उन्हें पीएमसीएच में पुलिस अभिरक्षा में रखा गया है।
चार साल से थे पदस्थापित
एसीबी के हत्थे चढ़े डॉ कुंदन कुमार चार साल पहले स्थानांतरित होकर गिरिडीह जिले में आए थे। इससे पूर्व वे दुमका जिले के सरैयाहाट प्रखंड में पदस्थापित थे। वहां से गिरिडीह स्थानांतरित होकर आने के बाद वे बेंगाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बतौर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में कार्यरत थे।