नियोजन व मुआवजा के लिए दिन भर चला ड्रामा
संस महुदा कोरोना से मृत बीसीसीएल कर्मी नवरंगी मिस्त्री के शव का अंतिम संस्कार गुरुवार की द
संस, महुदा: कोरोना से मृत बीसीसीएल कर्मी नवरंगी मिस्त्री के शव का अंतिम संस्कार गुरुवार की देर रात दामोदर नदी के तट स्थित श्मशान घाट पर कर दिया गया। उसके दोनों पुत्र तथा अन्य तीन -चार लोग मौजूद थे। बड़े पुत्र अमलेश सिंह ने मुखाग्नि दी। शुक्रवार को बाघमारा से स्वास्थ्य विभाग की टीम हाथुडीह कॉलोनी पहुंची एवं नवरंगी के परिवार के पांच सदस्यों की कोरोना जांच की। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। नवरंगी के आश्रित को नियोजन और मुआवजा देने को लेकर महुदा कोल वाशरी प्रबंधन और यूनियन प्रतिनिधियों के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। यूनियन प्रतिनिधि जहां मृतक के आश्रित को तत्काल नियोजन देने की मांग पर अड़े रहे। परियोजना पदाधिकारी टाल मटोल की नीति अपनाते रहे। काफी देर तक जब बात नहीं बनी तो यूनियन प्रतिनिधि वरीय अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। कर्मी का शव खुले वाहन पर पड़ा रहा। वाशरी के पीओ राजेंद्र पासवान वहां से निकल गए। काफी देर तक उनका इंतजार किया जाता रहा, लेकिन वे नहीं आए। मजबूरन नवरंगी के दोनों पुत्र व यूनियन प्रतिनिधियों ने शव की स्थिति और सरकारी गाइड लाइन को देखते हुए अंतिम संस्कार किए जाने का निर्णय लिया। रात करीब 11 बजे शव को दामोदर नदी ले गए। इधर नवरंगी के आवास व हाथुडीह कॉलोनी में सन्नाटा पसरा हुआ है। रविवार को एक ही परिवार के तीन सदस्यों के संक्रमित होने के बाद से हाथुडीह कॉलोनी के लोग डरे सहमे हुए थे। वहीं बुधवार की रात नवरंगी की मौत ने कॉलोनी के लोगों को झकझोर कर रख दिया है।