बेटे का दर्द देख 'मिल्खा' बना पिता, खून चढ़वाने के लिए 120 किमी पैदल चलकर पहुंचा अस्पताल
एक पिता अपने पांच साल के बेटे को लेकर महागामा से पैदल करीब 120 किलोमीटर की दूरी तय कर देवघर के सदर अस्पताल में खून चढ़वाने के लिए पहुंचा था। बच्चा थैलेसीमिया से ग्रसित है।
देवघर, [अजय परिहस्त]। दिन शनिवार और दोपहर के करीब तीन बज रहे होंगे। एक पिता अपने पांच साल के बच्चे को लेकर महागामा (गोड्डा) से पैदल करीब 120 किलोमीटर की दूरी तय कर देवघर के सदर अस्पताल में खून चढ़वाने के लिए पहुंचा था। बच्चा थैलेसीमिया से ग्रसित था, इसलिए उसे खून की जरूरत थी। सदर अस्पताल में बच्चे को लेकर आने के बाद वो कुछ देर तक परेशान दिखा। इसके बाद उसे जानकारी दी गई कि टावर चौक स्थित ब्लड बैैंक में उसे खून मिल जाएगा। यहां से सीधे वो सदर अस्पताल पहुंचा। यहां खून मिलने के बाद पिता ने राहत की सांस ली और बच्चे का सदर अस्पताल में इलाज शुरू हो गया।
इस पूरे मामले में दैनिक जागरण ने महागामा से अपने पांच साल के बच्चे को लेकर आए दिलीप यादव से बात की। दिलीप ने कहा कि लॉकडाउन के कारण देवघर आने के लिए कोई सवारी नहीं मिल रही थी। बच्चे को खून चढ़वाना जरूरी था। महगामा या आसपास में खून उपलब्ध नहीं होने के कारण परेशानी बढ़ गई थी। पैसे नहीं होने के कारण अपने बच्चे के लिए पैदल ही देवघर आने का मन बना लिया। शनिवार को देवघर सदर अस्पताल आने के बाद खून के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा। इसके बाद देवघर के ही रहनेवाले एक युवक आशीष बैद्य को इसकी सूचना मिली जिसने खून देकर एक अनजान शख्स की मदद की।
बताया जाता है कि देवघर के आशीष पूर्व में भी जरूरतमंदों के लिए रक्तदान कर चुके हैं। इसके पहले भी उन्होंने कई बार रक्तदान किया है। इस मदद और पिता के इस जज्बे के बाद हर तरफ लोग दिलीप यादव और आशीष के सहयोग की चर्चा करते दिख रहे हैैं।