मैथन-दुमका ग्रिड चार घंटे के लिए बंद, डीवीसी ने नहीं काटी बिजली
मेंटेनेंस के लिए मैथन-दुमका ग्रिड ट्रांसमिशन लाइन गुरुवार को चार घंटे के लिए बंद हुआ। गोविदपुर के कांड्रा ग्रिड को सप्लाई के लिए मिलने वाली 60 मेगावाट बिजली के बजाए 30 मेगावाट बिजली ही मिली। गुरुवार सुबह सात बजे से दिन के 11 बजे तक मैथन-दुमका ग्रिड से कटौती की गई।
जागरण संवादददाता, धनबाद :
मेंटेनेंस के लिए मैथन-दुमका ग्रिड ट्रांसमिशन लाइन गुरुवार को चार घंटे के लिए बंद हुआ। गोविदपुर के कांड्रा ग्रिड को सप्लाई के लिए मिलने वाली 60 मेगावाट बिजली के बजाए 30 मेगावाट बिजली ही मिली। गुरुवार सुबह सात बजे से दिन के 11 बजे तक मैथन-दुमका ग्रिड से कटौती की गई। हालांकि, गुरुवार को डीवीसी द्वारा कटौती नहीं किए जाने की वजह से इसका असर धनबाद शहर पर नहीं दिखा। झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड ने नौ दिन तक सुबह सात बजे से लेकर शाम के छह बजे तक एक सर्किट से 30 मेगावाट बिजली देने की बात कही है। इससे पहले बुधवार तक डीवीसी की ओर से शेड्यूल मोड पर 40 फीसदी बिजली कटौती की गई थी। गुरुवार को कुल बकाया 4949 करोड़ में 38 करोड़ रुपए भुगतान करने के बाद कटौती में राहत दी गई है। हालांकि, डीवीसी बकाया की मांग को लेकर बिजली कटौती को लेकर अपने आदेश पर कायम है। डीवीसी पुटकी के कार्यपालक अभियंता सरोज कुमार के मुताबिक, कंपनी का सीएडी विभाग बिजली सप्लाई की व्यवस्था संभालता है। सीएलडी के निर्देश पर ही बिजली कटौती की जाती है। गुरुवार को बिजली कटौती का किसी तरह का निर्देश सीएलडी की ओर से नहीं प्राप्त हुआ। जिसकी वजह से गुरुवार को कटौती नहीं की गई। वहीं जेबीवीएनएल के कार्यकारी निदेशक केके वर्मा के अनुसार 21 दिसंबर की रात से बकाया की मांग को लेकर डीवीसी की ओर से शेड्यूल मोड पर कटौती शुरू की गई थी। इस बीच डीवीसी को कुल बकाया राशि में 50 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था। वही गुरुवार को 38 करोड़ रुपए डीवीसी को दिया गया है। अबतक कुल 94 करोड़ का भुगतान जेबीवीएनएल की ओर से डीवीसी को किया जा चुका है।