धनबाद में आठवीं पास के बाद 8632 छात्र-छात्राओं ने छोड़ा स्कूल
सरकारी स्कूलों में शुरू होने वाली तमाम योजनाओं और लाखों खर्च करने के बाद भी बच्चे स्कूल छोड़ रहे हैं। जिले में स्कूल छोड़ने का जो आंकड़ा सामने आया है वह अपने आप में यह बताते के लिए पर्याप्त है कि योजनाएं कारगर नहीं है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : सरकारी स्कूलों में शुरू होने वाली तमाम योजनाओं और लाखों खर्च करने के बाद भी बच्चे स्कूल छोड़ रहे हैं। जिले में स्कूल छोड़ने का जो आंकड़ा सामने आया है वह अपने आप में यह बताते के लिए पर्याप्त है कि योजनाएं कारगर नहीं है। जिले के सरकारी स्कूलों में 36,811 बच्चे आठवीं में नामांकित थे। इन बच्चों ने आठवीं बोर्ड की परीक्षा भी दी थी पास भी कर गए। लेकिन नौवीं में जाते-जाते उनकी संख्या घट गई है। अब नामांकन की तिथि खत्म भी हो गई और 11 दिसंबर को जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रबला खेस ने जैक को अंतिम रिपोर्ट भी भेज दी। नौवी में 28179 छात्र-छात्राओं ने ही नामांकन लिया है। 8632 छात्र-छात्राओं ने नामांकन ही नहीं लिया। आठवीं के बाद नौवीं कक्षा में संख्या कमी का बड़ा अंतर सामने आया है। जबकि इस बार नामांकन को लेकर काफी बैठकें भी हुई थी। नामांकन में सक्रियता बढ़ाने पर भी जोर दिया गया था बावजूद इसके अब तक हजारों की संख्या में छात्र घट गए। जिले में लगभग 1832 सरकारी स्कूल हैं। 30 छात्रों पर एक शिक्षक की व्यवस्था है। आठवीं के बाद नौवीं में नामांकन में बड़े अंतर पर विभाग मंथन करने में जुटा हुआ है। वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रबला खेस ने बताया कि नामांकन कम हुआ है। कम बच्चों ने नामांकन क्यों लिया, इसकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि जैक को रिपोर्ट भेज दी गई है। यदि जैक नामांकन की तिथि बढ़ाता है तो फिर नामांकन की संख्या को बढ़ाने पर जोर लगाया जाएगा।