Move to Jagran APP

झरिया के अग्नि प्रभावित क्षेत्र के 8000 आवासों पर है कब्जा

अग्नि प्रभावित क्षेत्र में बीसीसीएल के कुल आठ हजार आवासों पर अभी भी अवैध कब्जा है। इन्हें खाली कराने में कंपनी को परेशानी आ रही है। झरिया पुनर्वास एवं विकास प्राधिकरण के गठन के बाद अग्नि प्रभावित क्षेत्र से बीसीसीएल कर्मियों एवं अतिक्रमणकारियों दोनों ही को अन्यत्र बसाने की योजना बनाई गई थी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Dec 2020 02:00 AM (IST)Updated: Tue, 29 Dec 2020 02:00 AM (IST)
झरिया के अग्नि प्रभावित क्षेत्र के 8000 आवासों पर है कब्जा
झरिया के अग्नि प्रभावित क्षेत्र के 8000 आवासों पर है कब्जा

जागरण संवाददाता, धनबाद : अग्नि प्रभावित क्षेत्र में बीसीसीएल के कुल आठ हजार आवासों पर अभी भी अवैध कब्जा है। इन्हें खाली कराने में कंपनी को परेशानी आ रही है। झरिया पुनर्वास एवं विकास प्राधिकरण के गठन के बाद अग्नि प्रभावित क्षेत्र से बीसीसीएल कर्मियों एवं अतिक्रमणकारियों दोनों ही को अन्यत्र बसाने की योजना बनाई गई थी। इसके तहत 16000 से ज्यादा आवासों से कर्मियों को अग्नि प्रभावित क्षेत्र से हटाया गया। उनके जो आवास खाली हुए उन्हें ध्वस्त कर दिया जाना था। अधिकारियों के मुताबिक ऐसे 8370 आवास ध्वस्त किए जा चुके हैं। बावजूद इसके 8000 आवास ऐसे हैं, जिन्हें ध्वस्त किया जाना है। अवैध कब्जा एवं अन्य कारणों से फिलहाल इसे ध्वस्त नहीं किया जा सका है।

loksabha election banner

अतिक्रमणकारियों की बात करें तो कुल 18000 आवासों में 6300 आवास जेआरडीए की ओर से बनकर तैयार है। 8000 और आवास इन्हें कर्माटांड़ में बीसीसीएल ने दिया है। फिलहाल 5100 अतिक्रमणकारी बेलगड़िया स्थित झरिया विहार कॉलोनी में बसाए गए हैं। 9200 के करीब लोगों को और बसाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

गोरखपुरिया कॉलोनी के पास भू-धंसान में महिला की मौत के बाद यह मामला सामने आया था कि उस जगह कई ऐसे परिवार बसे हुए हैं, जो 2004 और 2009 के कट ऑफ डेट तक वहां नहीं थे। बीसीसीएल के आवासों में कई लोगों ने 2019 में हुए सर्वे के बाद कब्जा जमाया है। उपायुक्त ने बीसीसीएल सीएमडी को पत्र लिखकर यह कहा था यह कैसे संभव हुआ। यह किसकी लापरवाही है और आवास खाली हुआ तो उसे ध्वस्त क्यों नहीं किया गया। उन्होंने सर्वे के बाद आए लोगों को बसाने की जिम्मेदारी बीसीसीएल पर देते हुए साफ कह दिया कि इन्हें जेआरडीए नहीं बसाएगा। इसके बाद कंपनी ने ऐसे आवासों को चिन्हित किया है। जिन्हें बीसीसीएल कर्मियों ने खाली कर दिया और उसे अन्य लोगों ने कब्जे में ले लिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.