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Corona Fighters: 78 साल की स्वागता के दिल में पेसमेकर, फिर भी चीनी वायरस को हराया

स्वागता बोस कहती हैं कि छाती में पेसमेकर लगा है। कोरोना संक्रमण की बात पता चली तो तुरंत इलाज शुरू कर दिया। पेसमेकर लगा था इसलिए रिस्क नहीं लिया और कोलकाता के अस्पताल में भर्ती हो गए। सोच को सकारात्मक रखा।

By MritunjayEdited By: Published: Wed, 26 May 2021 11:49 AM (IST)Updated: Wed, 26 May 2021 11:49 AM (IST)
Corona Fighters: 78 साल की स्वागता के दिल में पेसमेकर, फिर भी चीनी वायरस को हराया
पाकुड़ की 78 वर्षीय स्वागता देवी ( फाइल फोटो)।

पाकुड़ [ गणेश पांडेय ]। पाकुड़ के थाना पाड़ा मोहल्ले के रहने वाले अधिवक्ता 78 साल के रंजन कुमार बोस व उनके परिवार के सदस्यों ने कोरोना को मात दी है। इस परिवार ने साबित किया कि संयम, धैर्य व मजबूत इच्छाशक्ति से मुकाबला करें तो कोरोना की हार तय है। रंजन की पत्नी 70 साल की स्वागता के दिल में पेसमेकर लगा है, उन्होंने भी कोरोना को हरा दिया। यह अपने आप में आश्चर्य करने वाली बात है। झारखंड के पाकुड़ में हर जगह चर्चा हो रही है। 

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पूरा परिवार हो गया था संक्रमित

रंजन ने बताया कि परिवार के लोगों को बुखार आया। 25 मार्च को जांच में पता लगा कि उनको कोरोना संक्रमण है। इसी बीच पत्नी स्वागता, बेटे इंद्रनील, बहू अतोष व पोती अनुष्का को भी संक्रमण हो गया। हम घबरा गए। पत्नी की स्थिति ज्यादा खराब हो गई थी। उनको कोलकाता में भर्ती कराया। इधर हम सभी घर में ही आइसोलेट हो गए। चिकित्सक के परामर्श से इलाज शुरू किया। परिवार के खुशनुमा माहौल, सादे भोजन, काढ़ा का सेवन व नियमित योग से आठ से दस दिनों में ही हम सभी ने कोरोना को परास्त कर दिया। उन्होंने बताया कि स्वागता के लिए बहुत डर रहे थे। उसके दिल की धड़कन को सुचारु रखने के लिए पेसमेकर लगा है। मगर उसने भी हिम्मत नहीं हारी। उसे सही समय पर इलाज मिल गया, वहीं समय पर दवा, प्रणायाम, कपालभाति, अनुलोम-विलोम व इच्छाशक्ति के सहारे कोरोना को हराया। रंजन कहते हैं कि पत्नी का जब कोलकाता में इलाज हो रहा था तो अक्सर घबराहट भी होती थी। मगर हमें मालूम था कि वह हिम्मती है। वह जल्द ठीक होगी। उसने वह करके भी दिखा दिया।

सोच सकारात्मक रखें, कोरोना जरूर हारेगा

स्वागता बोस कहती हैं कि छाती में पेसमेकर लगा है। कोरोना संक्रमण की बात पता चली तो तुरंत इलाज शुरू कर दिया। पेसमेकर लगा था इसलिए रिस्क नहीं लिया और कोलकाता के अस्पताल में भर्ती हो गए। सोच को सकारात्मक रखा। बस बीमारी से उबर गई। यदि बुखार व खांसी आए, सांस में तकलीफ हो तो जांच कराएं। कोरोना संक्रमण है तो घबराएं नहीं। खुश रहें, संयम के साथ दवा व देसी काढ़ा का सेवन करें। योग भी लाभप्रद है। कोरोना जरूर मात खा जाएगा। उन्होंने सभी से टीका लगवाने को भी कहा है। क्योंकि यही कोरोना से बचने का कवच है।


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