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IIT(ISM) Dhanbad: 60.1 प्रतिशत छात्र ऑनलाइन प्रैक्टिकल कक्षाओं से असंतुष्ट, छात्र और शिक्षकों के बीच नहीं हो पाता बेहतर समन्वय

IIT(ISM) Dhanbad अधिकतर छात्र संस्थान को मददगार मानते हैं। हालांकि कई का कहना है कि शिक्षकों से विद्यार्थियों का समन्वय सही नहीं हो पा रहा है। 47.9 प्रतिशत छात्र संस्थान के विभिन्न क्लब और उसकी भर्ती प्रक्रिया से संतुष्ट दिखे। वहीं 37.1 प्रतिशत छात्रों ने गड़बड़ी की बात कही।

By MritunjayEdited By: Published: Thu, 18 Mar 2021 09:35 AM (IST)Updated: Thu, 18 Mar 2021 09:35 AM (IST)
IIT(ISM) Dhanbad: 60.1 प्रतिशत छात्र ऑनलाइन प्रैक्टिकल कक्षाओं से असंतुष्ट, छात्र और शिक्षकों के बीच नहीं हो पाता बेहतर समन्वय
कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा का बढ़ा प्रचलन ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। वर्तमान तकनीकि से हो रही प्रैक्टिकल कक्षाएं संतोषजनक नहीं है। 60.1 प्रतिशत छात्रों का मानना है। महज 4.4 प्रतिशत छात्र इस तकनीक से प्रैक्टिकल कक्षाओं को पूरी तरह से उपयुक्त माना है। इसके साथ ही 80 प्रतिशत से अधिक छात्र-छात्राओं का कहना है कि ऑनलाइन कक्षा, क्विज के दौरान उन्होंने इंटरनेट संबंधी विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ा। आइआइटी आइएसएम धनबाद के छात्रों के सोशल साइट डोमेन ने फ्रेशर्स छात्रों के बीच ऑनलाइन सर्वे किया। इस दौरान छात्र-छात्राओं से टीम ने ऑनलाइन क्लासेंज सहित विभिन्न बिंदुओं पर कई सवाल पूछे थे। सर्वे में 850 छात्र-छात्राओं ने वर्तमान में जारी सेमेस्टर पर अपना फीडबैक देते हुए अनुभव साझा किया है। सर्वे के दौरान छात्रों से उनके वर्तमान ब्रांच और ब्रांच बदलने को लेकर भी सवाल पूछे गए। इसके जवाब में करीब आधे विद्यार्थियों ने बताया कि ब्रांच बदलने को लेकर उन्हें काफी उम्मीदें हैं। वहीं एक तिहाही छात्र अपने वर्तमान ब्रांच से संतुष्ट दिखे।

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ऑनलाइन कक्षा को छात्रों ने दी पांच से सात रेटिंग

लैब में एक्सपेरिमेंट करते हुए वीडियो शेयर किया जाता है। इसके बाद ऑनलाइन क्लास में छात्रों से डाउटस पूछा जाता है। महंगे इंटरनेट डाटा और कमजोर नेटवर्क को लेकर छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। टेस्ट देने के लिए पेज भी समय पर नहीं खुल पाता है और टेस्ट दे दिया तो उसे समय पर भेजने में परेशानी होती है। कुल मिलकार छात्रों ने 10 में से पांच से सात की रेटिंग दी है।

संस्थान बना मददगार

अधिकतर छात्र संस्थान को मददगार मानते हैं। हालांकि कई का कहना है कि शिक्षकों से विद्यार्थियों का समन्वय सही नहीं हो पा रहा है। 47.9 प्रतिशत छात्र संस्थान के विभिन्न क्लब और उसकी भर्ती प्रक्रिया से संतुष्ट दिखे। वहीं 37.1 प्रतिशत छात्रों ने गड़बड़ी की बात कही। वहीं आधे विद्यार्थियों ने बताया कि क्लब में उनकी कोई भागीदारी नहीं है।


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