Move to Jagran APP

Eco smart station: झारखंड-बिहार के 52 स्टेशनों को मिला ISO- 4001ः2015 प्रमाणन, इनमें अपना धनबाद भी शुमार

East Central Railway पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करते हुए पूर्व मध्य रेल ने अपने क्षेत्राधिकार के धनबाद पटना दानापुर राजेंद्रनगर टर्मिनल मुजफ्फरपुर सोनपुर गया आदि स्टेशनों पर प्लास्टिक बोतल क्रशिंग मशीन एवं कंपोस्टिंग प्लांट की स्थापना की है।

By MritunjayEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 09:49 PM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 07:35 AM (IST)
Eco smart station: झारखंड-बिहार के 52 स्टेशनों को मिला ISO- 4001ः2015 प्रमाणन, इनमें अपना धनबाद भी शुमार
पूर्व मध्य रेलवे का धनबाद रेलवे स्टेशन ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। पूर्व मध्य रेल ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों के अनुपालन में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की। इको स्मार्ट स्टेशन के रूप में विकसित करने के लिए पूर्व मध्य रेल के 52 चिन्हित स्टेशनों पर रेलवे बोर्ड से सुझाए गए 24 इंडिकेटर (पैरामीटर) लागू किए हैं। इस उपलब्धि के लिए धनबाद समेत झारखंड-बिहार के 52 स्टेशनों को पर्यावरण प्रबंधन के लिए एक प्रमाणन आईएसओ-14001:2015 मिला है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से निर्धारित पूर्व मध्य रेल के 52 नामांकित स्टेशनों में से 45 का संबंधित राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों के लिए सहमति-से-स्थापित (सीटीई) प्रस्तावों की आनलाइन प्रस्तुतियां सुनिश्चित कीं। इन 45 स्टेशनों के लिए स्थापना की सहमति के लिए एनओसी प्राप्त कर ली गई है और 32 स्टेशनों को कंसेंट-टू-आपरेट (सीटीओ) दी गई है। इस प्रमाणीकरण ने पूर्व मध्य रेलवे को राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों से निर्धारित पानी, वायु प्रदूषण नियंत्रण और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन मानदंडों की आवश्यकता को सुव्यवस्थित करने में मदद की है।

loksabha election banner

स्टेशनों पर लगा प्लास्टिक बोतल क्रशिंग मशीन एवं कंपोस्टिंग प्लांट

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करते हुए पूर्व मध्य रेल ने अपने क्षेत्राधिकार के धनबाद, पटना, दानापुर, राजेंद्रनगर टर्मिनल, मुजफ्फरपुर, सोनपुर, गया आदि स्टेशनों पर प्लास्टिक बोतल क्रशिंग मशीन एवं कंपोस्टिंग प्लांट की स्थापना की है। इसके साथ कई स्टेशनों पर वर्षा जल संचयन और जल पुनर्चक्रण संयंत्र/एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट/सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की भी स्थापना की गयी है। अन्य कई स्टेशनों पर भी इन्हें विकसित किये जाने की योजना है। पानी और ऊर्जा की बर्बादी का आकलन करने के लिए पूर्व मध्य रेल के सभी 52 नामित स्टेशनों पर जल एवं ऊर्जा लेखा परीक्षा की गई है। साथ ही प्रमुख स्टेशनों पर सफाई और स्वच्छता गतिविधियों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। धनबाद में बोतल क्रसिंग मशीन लग चुकी है। वाटर रिसाइकिलिंग प्लांट का सेट अप तैयार हो चुका है। कोलकाता से आनेवाली टीम जल्द उपकरण को इंस्टाल करने आएगी। इसके साथ ही वाटर रिसाइकिलिंग शुरू हो जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.