दो दिन में मिले कोरोना के 40 नए मरीज, अधिकतर शहर के
पिछले दो दिनों में जिले में कोरोना के 40 नए मरीज सामने आए हैं। शुक्रवार 20 नवंबर को 17 मरीज व शनिवार 21 नवंबर को 23 मरीज मिलने की पुष्टि जिला प्रशासन ने की।
जासं, धनबाद : पिछले दो दिनों में जिले में कोरोना के 40 नए मरीज सामने आए हैं। शुक्रवार 20 नवंबर को 17 मरीज व शनिवार 21 नवंबर को 23 मरीज मिलने की पुष्टि जिला प्रशासन ने की। दो दिनों के भीतर केवल धनबाद शहरी क्षेत्र में ही केवल 29 संक्रमित मिले हैं। रेलवे अस्पताल और जालान अस्पताल में भी कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं। इतनी संख्या में शहरी क्षेत्र में मरीजों का मिलना यह दर्शा रहा है कि यहां संक्रमण की रफ्तार अभी थमी नहीं है। शहर की सड़क व बाजारों पर जिस तरह कोरोना के रोकथाम को बने नियम की धज्जियां उड़ रही है।
कोरोना को हराकर 30 हुए डिस्चार्ज
शुक्रवार को कोरोना को हराकर 30 व्यक्ति स्वस्थ हुए। सभी को हेल्थ किट प्रदान कर सम्मान के साथ 14 दिनों के होम क्वारंटाइन में उनके घर भेज दिया है।
::शनिवार को किस इलाके में कितने मरीज मिले::
धनबाद : रेलवे अस्पताल कॉलोनी-2, कुसुंडा पुटकी-1, पॉलीटेक्निक-1, दामोदरपुर-3
भुईफोड़-1, हीरापुर-1, बेकारबांध-1, एशियन जालान अस्पताल-1, धैया-2, कोयलानगर-1, बापूनगर-1, न्यू हरिनारायण कॉलोनी धोवाटांड़-1, गांधीनगर-1 व बरमसिया-1। झरिया
झरिया मार्केट-1, मोहन बाजार-1, डिगवाडीह नंबर दस-1, अन्य-2। कुल--23
अब जिले भर में चलेगा 15 दिनों का स्पेशल कोरोना ड्राइव : छठ पूजा समाप्त होने के बाद अब जिले में कोरोना से बचाव व नियंत्रण के लिए फिर से स्पेशल ड्राइव की युद्ध स्तर पर शुरुआत होगी। यह ड्राइव 15 दिनों तक चलाया जाएगा। इसकी तैयारी में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग लग चुका है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार के अध्यक्ष सह डीसी उमाशंकर सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की स्थिति को देखते हुए कोरोना जांच के लिए फिर से अभियान चलाया जाएगा। सघन आबादी वाले क्षेत्रों में कैंप लगाकर जांच की जाएगी। राज्य सरकार से किट की मांग की गई है। किट मिलने के बाद जांच का लक्ष्य निर्धारित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जांच के साथ-साथ इलाज के व्यवस्था भी की जा रही है। कोविड अस्पताल समेत जिले में संचालित सभी कोविड केयर सेंटर को अलर्ट कर दिया गया है। सभी जगह पर्याप्त संख्या में बेड की व्यवस्था, दवा, तथा जरूरी चीजों की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। जिससे मरीजों के इलाज में दिक्कत नहीं हो।