गूगल के नाम पर वासेपुर के एसी बनाने वाले से 3540 रुपये की ठगी
साइबर ठग अब तक बैंक या ऑनलाइन मार्केटिग के नाम पर ठगी की घटना को अंजाम देते थे। धनबाद में यह पहली बार हुआ है कि सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल के नाम पर ठगी हुई है। ठगी करने वालों ने सर्विस के आधार पर काम देने को लेकर वासेपुर निवासी मो. तौसीफ से 3540 रुपये की ठगी की है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : साइबर ठग अब तक बैंक या ऑनलाइन मार्केटिग के नाम पर ठगी की घटना को अंजाम देते थे। धनबाद में यह पहली बार हुआ है कि सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल के नाम पर ठगी हुई है। ठगी करने वालों ने सर्विस के आधार पर काम देने को लेकर वासेपुर निवासी मो. तौसीफ से 3540 रुपये की ठगी की है। घटना को लेकर तौसीफ ने धनबाद पुलिस के ट्विटर एकाउंट पर मामले की जानकारी दी। इसके बाद तौसीफ को साइबर थाना की पुलिस से संपर्क करने को कहा गया। तौसीफ ने बताया कि वे इंटरनेट के माध्यम से एसी मरम्मत का काम करते हैं। गूगल पर वे ए टू जेड कूलिग सर्विस के नाम से अपना कार्य करते हैं। शनिवार को उन्हें पकंज पांडेय का कॉल आया। पांडेय ने बताया कि वे गूगल कंपनी से बोल रहे हैं। कंपनी ने उनके सर्विस का रिकार्ड देखा है। इसलिए सर्विस के आधार पर उन्हें काम देना चाहते हैं। तौसीफ ने इस मामले पर विचार करने के लिए समय मांगा। कुछ देर के बाद फिर से कॉल आया। इस बार किसी प्रियंका नामक लड़की ने फोन किया और बताया कि यदि वे गूगल के साथ जुड़ कर काम करना चाहते हैं तो दस साल के लिए उन्हें 3540 रुपये का भुगतान करना होगा। गूगल उन्हें कार्य आवंटित करेगी और उसका भुगतान तौसीफ स्वयं ले सकते हैं। तौसीफ इस झांसे में आ गए और उन्होंने तत्काल अपने फोन पे से उपरोक्त राशि का भुगतान कर दिया। इसके बाद फिर से पंकज पांडेय का फोन आया। बताया गया कि 3540 रुपये अतिरिक्त और जमा करने होंगे। जब तौसीफ ने यह राशि देने से इन्कार कर दिया तो पांडेय ने तौसीफ को अपशब्द कहे और फोन काट दिया।