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धनबाद शहर से हर दिन निकलता है 260 एमएलडी गंदा पानी, नहीं है शोधित करने की व्यवस्था

धनबाद नगर निगम क्षेत्र में भी सेप्टेज एवं सीवेज प्रबंधन नहीं है। इसका असर स्वच्छता सर्वेक्षण 2021

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Jan 2021 05:45 PM (IST)Updated: Mon, 25 Jan 2021 05:45 PM (IST)
धनबाद शहर से हर दिन निकलता है 260 एमएलडी गंदा पानी, नहीं है शोधित करने की व्यवस्था
धनबाद शहर से हर दिन निकलता है 260 एमएलडी गंदा पानी, नहीं है शोधित करने की व्यवस्था

धनबाद : नगर निगम क्षेत्र में भी सेप्टेज एवं सीवेज प्रबंधन नहीं है। इसका असर स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 पर पड़ सकता है। दरअसल पिछले वर्ष दिल्ली की टीम ने निगम से सेप्टेज-सीवेज की स्थिति जानी थी। यहां से जानकारी दी गई कि यहां तो सेप्टेज प्रबंधन की कोई व्यवस्था ही नहीं है। इसी तरह सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की जानकारी भी धनबाद नहीं दे सका। दोनों ही व्यवस्था यहां नहीं है। स्वच्छता के मानकों पर खरा उतरने के लिए इन दोनों चीजों का होना बेहद जरूरी है। यहां बता दें कि लगभग डेढ़ वर्ष पहले शहर की ड्रेनेज सिस्टम, सेप्टेज-सीवेज प्रबंधन के लिए खाका भी तैयार किया गया था। नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत धनबाद नगर निगम क्षेत्र में पांच सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाने की योजना बनी थी। इस पर 381 करोड़ रुपये खर्च करने की बात थी। पांचों एसटीपी में प्रतिदिन 234 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) पानी स्टोर करने की क्षमता बताई गई थी। यहां से पानी ट्रीट करने के बाद अलग पाइपलाइन से लोगों के घरों तक पहुंचाया जाना है। इस पानी को सिचाई और दूसरे कार्यों में भी लगाए जाने की योजना है। यह अभी तक कागजों पर ही सिमटी हुई है। शहर से प्रतिदिन 260 एमएलडी से अधिक गंदा पानी निकलता है। निसंदेह इसका असर स्वच्छता सर्वेक्षण पर पड़ेगा, क्योंकि अकेले 1500 अंक सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट से मिलना है।

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यह थी योजना

सीवेज निर्माण के लिए डीपीआर लगभग तैयार हो चुका था। एक वर्ष के अंदर एसटीपी बनाने की योजना थी। स्थल भी लगभग चिह्नित कर लिए गए थे। एसटीपी के साथ छह आइएसपीएस (इंटीग्रेटेड सीवेज पंपिग स्टेशन) भी बनता। जहां से पानी खींचना संभव नहीं होता, वहां से ये आइएसपीएस पानी खींचेंगे और एसटीपी तक पहुंचाएंगे। इस योजना पर राज्य सरकार, व‌र्ल्ड बैंक, एशियन डेवलपमेंट बैंक या डिस्ट्रिक्ट माइनिग फंड ट्रस्ट (डीएमएफटी) से राशि खर्च होनी थी। यहां बनना था एसटीपी, स्टोरेज क्षमता (एमएलडी)

- कोयला नगर : 45.16

- शांति कालोनी पथराकुल्ही : 38.01

- एफसीआइएल बड़ा तालाब डोमगढ़ सिदरी : 50.82

- सुदामडीह नदी के किनारे सिदरी : 6.43

- डुंगरी बस्ती जामाडोबा झरिया : 93.8 यहां बनना था आइएसपीएस (एमएलडी)

- श्मशान रोड लॉ कॉलेज के पास हीरापुर : 3.05

- चिरागोड़ा रेलवे कॉलोनी : 2.91

- पांडरपाला रेलवे लाइन के समीप : 4.77

- पॉलीटेक्निक रोड विष्णुपुर : 5.28

- मटकुरिया चेकपोस्ट पेट्रोल पंप के सामने : 18.72

- एफसीआइएल क्वार्टर रोहड़ाबांध सिदरी : 6.6


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