लॉकडाउन में भी सड़कों पर दौड़ती रही गाड़िया; अप्रैल-मई में सड़क दुर्घटना में 24 लोगों की गई जान, 28 जख्मी Dhanbad News
अप्रैल-मई माह में धनबाद जिले में 27 सड़क दुर्घटना हुईं है जिसमें 24 लोगों की मौत हो गई। वहीं 28 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
धनबाद, जेएनएन। कोरोना काल यानी अप्रैल व मई माह में जब पूरा देश लॉकडाउन में था तब निजी वाहनों के परिचालन पर रोक थी। तब भी धनबाद की सड़कों पर गाड़ियां धड़ल्ले से दौड़ रही थीं। लॉकडाउन का पालन किस तरह हो रहा था, इसकी पोल आकड़े बता रहे हैं। दो माह के अंतराल में धनबाद जिले में 27 सड़क दुर्घटना हुईं, जिसमें 24 लोगों की मौत हो गई। वहीं 28 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
यह आकड़ा यह बताने के लिए काफी है कि किस तरह से जिले में लॉकडाउन का पालन हो रहा था। सड़कों पर तब भी वाहन दौड़ रहे थे और अब भी ऑनलॉक के बाद, फर्क इतना है कि पहले लॉकडाउन तोड़ने के आरोप में पुलिस जुर्माना वसूल रही थी। अब हेलमेट तथा तेज रफ्तार में वाहन दौड़ाने को लेकर जुर्माना वसूल रही है। लॉकडाउन तोड़ने के आरोप में पुलिस ने दो माह के अंतराल में करीब 30 लाख रुपये जुर्माना भी वसूल किया। ट्रैफिक पुलिस का राजस्व वसूली का टारगेट हर माह पूरा हो रहा था। 24 मार्च को संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा हुई थी। जिसमें मार्च महीने में कुल 31 दुर्घटना हुई, जिसमें 15 लोगों की मौत तथा 21 लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए थे।
अप्रैल - दुर्घटना मृत जख्मी
11 08 20
मई - दुर्घटना मृत जख्मी
16 16 08
दुर्घटना पर अंकुश लगाने के लिए शहर में शुरू हुआ अभियान : सड़क दुर्घटना पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस मुख्यालय के दिशा निर्देश पर एसएसपी अखिलेश बी वारियर जिले में इंटरसेप्टर वाहन के जरिए हर दिन औचक चेकिंग का आदेश जारी किया है। मंगलवार को अभियान की शुरूआत बरवाअड्डा इलाके से हुई थी। जिसमें तकरीबन 60 दो पहिया व चार पहिया वाहनों को निर्धारित गति से तेज रफ्तार में वाहन चलाते पुलिस ने पकड़ा और उससे जुर्माना वसूल की।
शराब पीकर वाहन चलानेवालों के खिलाफ होगी कार्रवाई : इसी तरह जिले के सभी इलाके में हर दिन औचक वाहन चेकिंग का आदेश एसएसपी ने जारी किया। चेकिंग के दौरान पुलिस वाहनों की रफ्तार के साथ शराब पीकर वाहन चलानेवालों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की है। बुधवार को डीएसपी मुकेश कुमार के नेतृत्व में लोयाबाद थाना क्षेत्र में चेकिंग हुई जिसमें तेज रफ्तार में गाड़ी दौड़ाते दस वाहन पकड़े गए।