Cyber Security: झारखंड के युवा लगाएंगे साइबर ठगों पर लगाम, 20 हजार ने कराया पंजीयन
झारखंड के 10 हजार से अधिक छात्र व युवाओं ने निबंधन कराया है। कोई भी इसमें पंजीयन करा सकते हैैं। 20 दिनों के इस प्रशिक्षण के बाद परीक्षा होगी और प्रमाणपत्र मिलेगा। सबकुछ ऑनलाइन होगा। दुमका के 206 सीएससी में युवाओं को साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
दुमका [ आरसी सिन्हा ]। साइबर ठगी के लिए पूरे देश में बदनाम झारखंड के युवाओं को अब साइबर ठगी से बचने का प्रशिक्षण मिलेगा। इसकी पहल उपराजधानी दुमका से हुई है। हाल वर्षों में इंटरनेट पर निर्भरता बढ़ गई है। इससे कार्यों को पूरा करने में सहूलियत हो रही है, लेकिन डाटा की सुरक्षा का भी खतरा बढ़ता जा रहा है। हैकिंग, डाटा लीक, साइबर ठगी के रूप में इसके परिणाम सामने आ रहे हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए भारत सरकार के आइटी डिपार्टमेंट से जुड़े प्रज्ञा केंद्रों के जरिए साइबर सुरक्षा से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा। युवाओं और स्कूली बच्चों में शैक्षणिक कौशल के विकास के साथ साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है।
15 अगस्त से यह योजना शुरू हुई है। इसमें झारखंड के 10 हजार से अधिक छात्र व युवाओं ने निबंधन कराया है। कोई भी इसमें पंजीयन करा सकते हैैं। 20 दिनों के इस प्रशिक्षण के बाद परीक्षा होगी और प्रमाणपत्र मिलेगा। सबकुछ ऑनलाइन होगा। दुमका के 206 सीएससी समेत पूरे देश में छात्रों और युवाओं को साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में निपुण बनाने का यह अभियान चल रहा है। यह पहल साइबर ठगों के जाल को तोडऩे में मददगार होगी।
कंप्यूटर, मोबाइल फोन, सर्वर और अन्य डिवाइस इंटरनेट से जुड़े रहते हैैं। कार्य के दौरान किसी न किसी रूप में इंटरनेट पर डाटा का आदान प्रदान होता है। झारखंड के जामताड़ा, देवघर, गिरिडीह समेत कई जिले साइबर क्राइम में बदनाम है। साइबर अपराधी विभिन्न तरीकों से झांसा देकर ऑनलाइन ठगी करते हैैं। इसलिए लोगों को अलर्ट करने के लिए मूलभूत जानकारी दी जा रही है। साइबर सेक्युरिटी के बारे में प्रशिक्षण प्राप्त कर इनसे बचा जा सकता है।
कैसे प्राप्त करें प्रशिक्षण
कॉमन सर्विस सेंटर (प्रज्ञा केंद्रों) में साइबर सुरक्षा से संबंधित ऑनलाइन कोर्स चलाई जा रही है। 15 अगस्त तक जिन लोगों ने निबंधन कराया है वे अपने समयानुसार प्रशिक्षण ले रहे हैैं।
कैसे करा सकते हैं पंजीयन
पंजीयन के लिए कोई भी छात्र, युवा या इच्छुक व्यक्ति अपने विवरण के साथ मोबाइल नंबर और ईमेल आइडी उपलब्ध कराएंगे। इसके बाद सीएससी संचालक उन्हें आईडी और पासवर्ड देगा। फिर कंप्यूटर या स्मार्टफोन पर संबंधित लॉग इन कर ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त कर परीक्षा देंगे। उत्तीर्ण होने पर प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
12 जुलाई से 12 अगस्त तक सीएससी सप्ताह मनाया जा रहा था। इस दौरान निश्शुल्क निबंधन और ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई। 20 हजार युवाओं ने पंजीयन कराया है। ये अपने समय के हिसाब से प्रशिक्षण ले रहे हैं। इसमें आइटी डिपार्टमेंट के एक्सपर्ट ट्रेनिंग देते हैं।
-अनुपम कुमार सिंह, स्टेट हेड एजुकेशन सीएससी ई गर्वनेंस