सर्वे में हुआ खुलासा, धनबाद जिले के 1798 बालक-बालिकाओं ने छोड़ा स्कूल
जिले के 1838 छात्र-छात्राएं स्कूल छोड़ चुके हैं। यह बात सर्वे के दौरान सामने आई है। स्कूल छोड़ने में 6-10 तथा 11-14 आयु वर्ग के छात्र-छात्राएं शामिल हैं। कल्याण विभाग ने शिक्षा विभाग से ऐसे छात्रों की सूची मांगी है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : जिले के 1838 छात्र-छात्राएं स्कूल छोड़ चुके हैं। यह बात सर्वे के दौरान सामने आई है। स्कूल छोड़ने में 6-10 तथा 11-14 आयु वर्ग के छात्र-छात्राएं शामिल हैं। कल्याण विभाग ने शिक्षा विभाग से ऐसे छात्रों की सूची मांगी है। इस संबंध में जिला कल्याण पदाधिकारी ने जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय को आदेश जारी कर विद्यालय छोड़ चुकी 11-14 आयु वर्ग की किशोरियों की संख्या मांगी है। कल्याण पदाधिकारी ने बालिकाओं की सूची हार्ड व सॉफ्ट कॉपी एक्सेल सीट पर उपलब्ध कराने को कहा है। वहीं सर्वे के बाद शिक्षा विभाग के पास जो आंकड़ा आया है, उसमें 6-10 आयु वर्ग के स्कूल छोड़ चुके छात्र-छात्राओं में 379 बालक तथा 376 बालिकाएं है। इस आयु वर्ग के कुल 755 बालिक और बालिकाएं हैं। वहीं 11-14 आयु वर्ग के कुल 1083 किशोर और किशोरियां शामिल हैं। इनमें 283 किशोर तथा 760 किशोरियां शामिल हैं। 73 सौ से अधिक विद्यार्थियों, शिक्षकों तक पहुंचा टाटा स्टील का ग्रीन स्कूल प्रोजेक्ट : शिक्षण के औपचारिक व अनौपचारिक तरीकों के माध्यम से टाटा स्टील व टीइआरआइ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त रूप में ग्रीन स्कूल प्रोजेक्ट चला रही है। आठ माह में 73 सौ से अधिक विद्यार्थियों और शिक्षकों तक यह अभियान पहुंच चुका है। जलवायु परिवर्तन के पर्यावरणीय प्रभावों को दूर करने के लिए वैश्विक रणनीति में जलवायु शिक्षा और जागरूकता को लेकर ऑनलाइन कार्यक्रम किया गया। स्कूल समुदाय तक पहुंचने व महामारी से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए टाटा स्टील ने इस आउटरीच प्रोग्राम को जारी रखने व ग्रीन योद्धाओं से जुड़ने के लिए वेब प्लेटफॉर्म, मोबाइल एप्लिकेशन व इंटरनेट मीडिया जैसे डिजिटल प्लेटफार्मों का भी सहयोग ले रहा है। ऑनलाइन पहल में वर्चुअल सेमिनार व प्रशिक्षण कार्यशालाएं, डिजिटल प्रतियोगिताएं, ऑडियो-वीडियो लर्निंग कैप्सूल के रूप में सेल्ट-लर्निंग सीरीज समेत कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं।