12 घंटे की बिजली कटौती के कारण 14 जलमीनार रह गए सूखे, तीन लाख की आबादी को नहीं मिला पानी Dhanbad News
धनबाद में बुधवार को 19 में से 14 जलमीनार सूखे रह गए। इन जलमीनारों में जलापूर्ति नहीं होने से तीन लाख की आबादी को पानी नहीं मिल सका।
धनबाद, जेएनएन। पिछले दो सप्ताह से शहर की अधिकतर आबादी पानी की किल्लत झेल रही है। कोई दिन ऐसा नहीं जा रहा है, जिस दिन चार से पांच जलमीनार खाली न रह जाते हों। बुधवार को तो हद ही हो गई। बुधवार को 19 में से 14 जलमीनार सूखे रह गए। इन जलमीनारों में जलापूर्ति नहीं होने से तीन लाख की आबादी को पानी नहीं मिल सका।
दरअसल भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में 12 घंटे बिजली कटौती होने के कारण जलापूर्ति जलमीनारों में नहीं की जा सकी। इसी तरह मैथन के गोगना प्लांट में तीन से 4 घंटे तक बिजली नहीं थी। पेयजल विभाग के कॉल सेंटर के अनुसार गुरुवार को भी सभी जलमीनार में जलापूर्ति नहीं हो पाएगी। इनमें से कुछ ही जलमीनार भरे जा सकेंगे। बिजली कटौती और लगातार मोटर न चलने की वजह से पांच जलमीनार भरे नहीं जा सके।
गौरतलब है कि एक पानी टंकी को भरने के लिए साढ़े चार से पांच घंटे लग जाते हैं। बिजली रहती तो दोपहर में ही टंकियों से इन इलाकों में जलापूर्ति शुरू हो जाती। पानी की किल्लत दूर करने के लिए लोगों को वैकल्पिक साधनों पर निर्भर रहना पड़ा। पेयजल विभाग के अनुसार अगले दस दिन लोगों को थोड़ी समस्या होगी। मैथन और भेलाटांड़ में नया मोटर लग जाने से निर्बाध जलापूर्ति होगी।
इन जलमीनारों में नहीं हो सकी जलापूर्ति : मनइटांड़, मटकुरिया, धोवाटांड़, गांधीनगर, भूदा, बरमसिया, धनसार, हीरापुर, चिरागोरा, पुलिस लाइन, स्टील गेट, भूली, पॉलिटेक्निक और हिल कॉलोनी।
इन जलमीनारों से शहर को मिलता है पानी : पुलिस लाइन, गोल्फ ग्राउंड, पुराना बाजार, मनईटांड़, मटकुरिया, धोवाटांड़, गांधी नगर, भूदा, बरमसिया, धनसार, हीरापुर, चिरागोड़ा, भूली, पॉलीटेक्निक, हिल कॉलोनी, पीएमसीएच, मेमको मोड़, स्टील गेट।