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Shramik Special Train: सूरत से 1203 प्रवासियों की हुई झारखंड वापसी, सबसे ज्यादा 848 गिरिडीह के

लॉकडाउन में सूरत में फंसे प्रवासी श्रमिकों को लेकर स्पेशल ट्रेन संख्या 09625 सुबह 08.10 बजे धनबाद पहुंची। ट्रेन ने 1775 किमी का सफर 28 घंटे 10 मिनट में तय किया।

By MritunjayEdited By: Published: Mon, 11 May 2020 10:07 AM (IST)Updated: Mon, 11 May 2020 01:43 PM (IST)
Shramik Special Train: सूरत से 1203 प्रवासियों की हुई झारखंड वापसी, सबसे ज्यादा 848 गिरिडीह के
Shramik Special Train: सूरत से 1203 प्रवासियों की हुई झारखंड वापसी, सबसे ज्यादा 848 गिरिडीह के

धनबाद, जेएनएन। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से झारखंड में प्रवासियों की दूसरे प्रदेशों से वापसी जारी है। इसी क्रम में सोमवार सुबह एक और श्रमिक स्पेशल ट्रेन धनबाद पहुंची। यह ट्रेन गुजरात के सूरत शहर से 1207 प्रवासी मजदूरों को लेकर धनबाद रेलवे स्टेशन पहुंची। 

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लॉकडाउन में सूरत में फंसे प्रवासी श्रमिकों को लेकर स्पेशल ट्रेन संख्या 09625 सुबह 08.10 बजे धनबाद पहुंची। ट्रेन ने 1775 किमी का सफर 28 घंटे 10 मिनट में तय किया। 22 बोगियों वाली यह ट्रेन रविवार, 10 मई 2020, को प्रातः 4 बजे सुरत से रवाना हुई थी। सुरत से भुसावल, नागपुर, झारसुगुड़ा, राजाबेरा होते हुए धनबाद पहुंची। 

गिरिडीह के 848 सहित 14 जिलों के थे प्रवासी श्रमिक 

ट्रेन में बोकारो के 14, चतरा के 47, देवघर के 118, दुमका के 4, गढ़वा के 5, गिरिडीह के 848, गुमला के 6, हजारीबाग के 39, जामताड़ा के 32, कोडरमा के 58, लातेहार के 11, पलामू के 6, रामगढ़ के 3 तथा सरायकेला के 2 प्रवासी श्रमिक सवार थे। प्लेटफॉर्म पर ट्रेन के रुकते ही सुरक्षाबलों ने ट्रेन को अपने घेरे में ले लिया। प्रत्येक बोगी के निकासी द्वार पर सुरक्षाकर्मी तैनात थे। प्रवासी श्रमिकों को सबसे आगे और सबसे पीछे की बोगी से प्लेटफॉर्म पर उतारा गया। ट्रेन से उतरते ही उनके बीच शारीरिक दूरी का पालन करते हुए एक एक श्रमिक को कतारबद्ध तरीके से बाहर निकाला गया। 

थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरे प्रवासी मजदूर 

फ्लेटफार्म से बाहर आने वाले श्रमिकों की सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा थर्मल स्क्रीनिंग की गई। सेनीटाइजर से हैंड वॉश कराया गया और उन्हें मास्क दिया गया। गुलाब फूल देकर झारखंड में उनका स्वागत किया गया। अंत में अल्पाहार और पानी देकर प्रवासी श्रमिकों को संबंधित जिले की बस में बैठाया गया। ट्रेन में अधिकतर प्रवासी श्रमिक अपने परिवार के साथ झारखंड लौटे। श्रमिकों के साथ उनकी पत्नी एवं छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल थे। 

56 वाहनों से किया संबंधित जिले की ओर रवाना 

प्रवासी श्रमिकों को 56 वाहनों से उनके संबंधित जिले की ओर रवाना किया गया। इसमें 45 बड़ी बस, 8 छोटे वाहन और 3 छोटी बस शामिल थे।  धनबाद रेलवे स्टेशन पर उप विकास आयुक्त  बाल किशुन मुंडा, अपर समाहर्ता आपूर्ति संदीप कुमार दोराईबुरू, अपर समाहर्ता श्याम नारायण राम, अपर जिला दंडाधिकारी विधि व्यवस्था अनिल कुमार, अनुमंडल दंडाधिकारी राज महेश्वरम, पुलिस उपाधीक्षक विधि व्यवस्था मुकेश कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी भोगेंद्र ठाकुर व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

मेडिकल टीम में ये थे उपस्थित 

प्रवासी श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच करने के लिए 2 टीम बनाई गई थी। मेडिकल टीम में सिविल सर्जन डॉ गोपाल दास, डॉ एसएम जफरुल्लाह, जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ ऋतु राज, डॉ विजेंद्र, डॉ अजय नारायण सिंह, डॉ अमिताभ त्रिगुनायक, डॉ दीपक प्रकाश, डॉ श्रीमती प्रियंका श्रीवास्तव, हेल्थ वर्कर प्रिया कुमारी, सरस्वती दास, विनायक मंडल, साबिर अंसारी, सुनील कुमार, एयनुल अंसारी, संजय कुमार, राजेंद्र कुमार, अनूप दास, मोहम्मद चांद तथा नारायण चंद्र उपस्थित थे।

स्टेशन की सुरक्षा में पूर्व मध्य रेल के ये थे उपस्थित 

स्टेशन की सुरक्षा में पूर्व मध्य रेल धनबाद के सीनियर कमांडेंट हेमंत कुमार, असिस्टेंट सीनियर कमांडेंट प्रेमदीप संजय, इंस्पैक्टर अविनाश करोसिया, सब इंस्पेक्टर केएन सिंह,  डीएस सिंह व अन्य सुरक्षा कर्मी उपस्थित थे।

पूर्व मध्य रेल के ये थे ऑन स्पेशल ड्यूटी 

स्पेशल ट्रेन को लेकर पूर्व मध्य रेल के सीआइटी विकास कुमार, एसएन झा, गौरव पांडे, आरके सिंह, रवि मेहता, अमित कुमार, नवीन कुमार, नीरज कुमार, अरूण कुमार, अमितेश कुमार, रंजीत कुमार, एन बाखला, एम के शर्मा तथा अविनाश कुमार ऑन स्पेशल ड्यूटी तैनात थे।


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