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बीपीएल दाखिले में 10 जन्म प्रमाण पत्र मिले संदिग्ध

डीएवी स्कूल कोयलानगर में शनिवार को बीपीएल कोटे में दाखिले को लेकर लॉटरी होनी थी। आवेदनों की जांच के क्रम 10 आवेदन में लगाए गए जन्म प्रमाण पत्र संदिग्ध पाए गए। जिसकी जानकारी बीइइओ सह पर्यवेक्षक कामेश्वर महतो ने जिला शिक्षा अधीक्षक को देते हुए कहा कि इन जन्म प्रमाण पत्रों में अंकित आवेदन नंबर संदिग्ध है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Apr 2021 01:34 AM (IST)Updated: Sun, 04 Apr 2021 01:34 AM (IST)
बीपीएल दाखिले में 10 जन्म प्रमाण पत्र मिले संदिग्ध
बीपीएल दाखिले में 10 जन्म प्रमाण पत्र मिले संदिग्ध

जागरण संवाददाता, धनबाद : डीएवी स्कूल कोयलानगर में शनिवार को बीपीएल कोटे में दाखिले को लेकर लॉटरी होनी थी। आवेदनों की जांच के क्रम 10 आवेदन में लगाए गए जन्म प्रमाण पत्र संदिग्ध पाए गए। जिसकी जानकारी बीइइओ सह पर्यवेक्षक कामेश्वर महतो ने जिला शिक्षा अधीक्षक को देते हुए कहा कि इन जन्म प्रमाण पत्रों में अंकित आवेदन नंबर संदिग्ध है। इनमें एक जन्म प्रमाण पत्र फरवरी 2017 तथा दो प्रमाण पत्र जून 2017 का है। इन जन्म प्रमाण पत्रों में वर्ष तो एक ही है पर सीरियल नंबर संदेह पैदा कर रहा है। एक छात्र की जन्म तिथि 16 जून 2017 है जिसका सीरियल नंबर 2085427 है वहीं 4 जून 2017 अंकित जन्म तिथि का सीरियल नंबर 2085428 जबकि 14 फरवरी 2017 को जन्म लेने वाले बच्चे के प्रमाण पत्र का सीरियल नंबर 2085466 अंकित है। यह सभी नगर निगम अंचल धनबाद से बना जन्म प्रमाण पत्र है। इसी तरह तीन बोकारो, एक बलियापुर करमाटांड़ से बना जन्म प्रमाण पत्र है संदिग्ध पाया गया है। जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्र भूषण सिंह ने बताया कि पर्यवेक्षक द्वारा दी गई जानकारी के बाद इन जन्म प्रमाण पत्रों की जांच कराई जाएगी। इस संबंध में एक पत्र भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी। जिला शिक्षा अधीक्षक ने बताया कि पर्यक्षेक ने फोन पर बताया जब वे लॉटरी के लिए स्कूल पहुंचे और आवेदन की मांग की तो डीएवी कोयला नगर के सहायक ने बहाना बनाते हुए कहा कि अलमीरा की चाबी नहीं है। पर्यवेक्षक ने इसकी सूचना मुझे दी। फोन पर ही सहायक को डाट फटकार लगाया तब जाकर उसने अलमीर खोलकर आवेदन दिया। उन्होंने कहा कि यह कमजोर और अभिवंचित बच्चों के नामांकन से जुड़ा मामला है स्कूल इसमें सहयोग नहीं कर रह रहें है। स्कूलों को चाहिए कि वे आगे आकर सहयोग करें और उन बच्चों का दाखिला हो सके।

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