युवा होंगे सशक्त तो देश बनेगा समृद्ध
देवघर : सिदो कान्हो मुर्मू विवि की ओर से आयोजित तीन दिवसीय युवा महोत्सव का समापन सोमवार को
देवघर : सिदो कान्हो मुर्मू विवि की ओर से आयोजित तीन दिवसीय युवा महोत्सव का समापन सोमवार को हो गया। विभिन्न गतिविधियों व प्रतियोगिता के परिणाम के आधार पर देवघर कॉलेज को विजेता तथा रमा देवी बाजला महिला महाविद्यालय को उप विजेता घोषित किया गया।
महामहिम राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने विजेता व उप विजेता टीम को ट्राफी प्रदान की। महाविद्यालय के पत्रिका का भी विमोचन किया गया। इसके पूर्व उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर तथा स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह देश युवाओं का है, जहां 65 प्रतिशत युवा रहते हैं। जिस देश के युवा जितने सशक्त होंगे, वह देश उतना ही समृद्ध होगा। युवाओं को सीख देते हुए कहा कि कॉलेज स्तर पर युवाओं के पठन-पाठन के साथ ट्रे¨नग का भी समय रहता है। यह वह उम्र होती है जब मस्तिष्क आसानी से किसी चीज का समझता है और लंबे समय तक याद रहता है। इस समय का सदुपयोग करना चाहिए और पढ़ाई के साथ विभिन्न कलाओं में भी निपुण होने का प्रशिक्षण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि विवि व महाविद्यालय की समस्या महज कुलपति दूर नहीं कर सकते, इसलिए हर तीन महीने पर कुलपतियों के साथ बैठक में अन्य विभागों को भी शामिल किया जाता है। साथ ही टॉपर्स का सुझाव लेती है। टॉपर्स के सुझाव पर ही उन्होंने महिला कॉलेजों के साथ उन कॉलेजों में भी मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण शुरू कराया जो को-एजुकेशन है। फाइन आर्ट की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से युवाओं को अपना हुनर दिखाने का मौका मिलता है। युवाओं के अंदर सहयोग व सहिष्णुता की भावना का विकास होता है। अभी तक टाटा व धोनी से झारखंड की पहचान थी लेकिन अब यहां के युवा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का जौहर दिखा रहे हैं, इसलिए खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने विवि में चांसलर ट्राफी की भी शुरूआत कर दी है। उन्होंने यह भी आह्वान किया कि बेटा-बेटी में अंतर नहीं करें। बेटियां अब किसी क्षेत्र में पीछे नहीं है।
छात्रों के ब्लड ग्रुप की होगी पहचान
किसी जवान या पुलिस कर्मी के जरूरत के समय खून की कमी नहीं हो, इसके लिए छात्रों के ब्लड ग्रुप की पहचान कर उसे संबंधित विवि व महाविद्यालय में रखा जाएगा। छात्रा-छात्राओं के ब्लड ग्रुप के पहचान करने के कार्यक्रम का शुभारंभ सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर 23 जनवरी से होगा। महामहिम ने अपने संबोधन के दौरान इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य है कि अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति छात्र भी जागरूक हों। मां-बाप व समाज ने जो उन्हें दिया समय आने पर वह वापस करें। देश के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज वृद्धा आश्रम की संख्या बढ़ती जा रही है। विवि को भूलने की बीमारी
अंग्रेजी लेखक के किताब का हवाला देते हुए सांसद निशिकांत दूबे ने कहा कि भारतीयों की तरह विवि को भी भूलने की बीमारी है। वर्ष 2009 में सांसद बने तो विवि को अपना भवन नहीं था। विवि की जमीन पर विवाद था। विवि भवन के लिए उन्होंने पैसा व जमीन दिलाने का काम किया। देवघर कॉलेज के जर्जर भवन के लिए उन्होंने तीन करोड़ दिलाया। इसके अलावा बाजला कॉलेज व गोड्डा महिला कॉलेज के चारदीवारी व सुंदरीकरण के साथ पथरगामा में पहला मॉडल कॉलेज उनकी देन है। जिसे विवि भूल गया। सांसद ने कहा कि अपनी सभ्यता, संस्कृति व इतिहास से भी बच्चों को अवगत कराना चाहिए। समुंद्र मंथन का मंदार पर्वत यहां है, नालंदा जलने के बाद बख्तियार खिलजी देवघर आया था। रवींद्रनाथ टैगोर, देवघर में शांति निकेतन की स्थापना करना चाहते थे, ऐसे इतिहास से बच्चे अनभिज्ञ हैं। पढ़ाई के साथ बच्चों में जानकारी व संस्कार डाल दे तो उनका जीवन सफल हो जाएगा। संताल परगना शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़े इसके लिए उन्होंने महामहिम से एसकेएमयू को गोंद लेने की मांग की। चारित्रिक विकास जरूरी
विधायक नारायण दास ने कहा कि शिक्षा के साथ चारित्रिक विकास जरूरी है। मानव जीवन में साहित्य, संस्कार व कला हो तो जीवन का दर्शन मिल जाता है। 21वीं सदी में भारत का उदय होने वाला है। इसमें महती भूमिका युवाओं की है। कुलपति डॉ. मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ने कहा कि आने वाले दिनों में एसकेएमयू ऐसे मापदंड स्थापित करेगा, जिसका अनुपालन देश के अन्य विवि करेंगे। यहां के छात्रों का चतुर्दिक विकास होगा। उन्होंने देवघर कॉलेज स्थित शू¨टग रेंज के संचालन की जिम्मेदारी देवघर महाविद्यालय को दिए जाने की मांग की। महामहिम ने सांसद को दिया धन्यवाद
सांसद निशिकांत दुबे द्वारा देवघर के इतिहास पर बात करने पर महामहिम राज्यपाल ने कहा कि कुलाधिपति या कुलपति बाहर से आते हैं। उन्होंने स्थानीय स्तर पर थोड़ा-बहुत इतिहास की जानकारी रहती है, लेकिन पूरी जानकारी नहीं रहती हैं। इसके लिए सांसद धन्यवाद के पात्र हैं, जो उन्होंने इतिहास याद दिलाया और इतिहास याद दिलाना उनका काम है। कोई भी कार्यक्रम हो सांसद को आना चाहिए और छात्रों का उत्साहवर्धन करना चाहिए। क्योंकि यह छात्र देश का भविष्य होने के साथ इस क्षेत्र का भी भविष्य हैं।