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एक हजार लेकर दिया 780 रुपये का टिकट

केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम सेंट्रल व गुजरात के शहर वापी से मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को जसीडीह स्टेशन पहुंची।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 07:08 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 06:18 AM (IST)
एक हजार लेकर दिया 780 रुपये का टिकट
एक हजार लेकर दिया 780 रुपये का टिकट

जसीडीह : केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम सेंट्रल व गुजरात के शहर वापी से मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को जसीडीह स्टेशन पहुंची। केरल की ट्रेन से झारखंड के 1282 मजदूर आए तो गुजराज से 1144 मजदूर पहुंचे। केरल की ट्रेन 11 घंटे के विलंब से चलते हुए सुबह करीब 3:30 बजे पहुंची वहीं गुजरात से ट्रेन 14 घंटे की दूरी से चलते हुए सुबह 10:00 बजे जसीडीह पहुंची। गुजराज से जो ट्रेन आई उसमें सवार कुछ यात्रियों ने वहां की सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया। उस ट्रेन से पूर्वी सिंहभूम जिले के मजदूर कृष्ण चंद्र दल, रघुनाथ मंडल, ललित मंडल, लच्छु सोरेन, रामचंद्र हांसदा, हसमत कुमार दे ने बताया कि उस ट्रेन से बिहार व यूपी के भी कुछ मजदूर आए थे। जिन्हें रास्ते में ही उतार दिया गया। उन दो राज्यों के मजदूरों से किसी प्रकार का पैसा नहीं लिया गया। जबकि झारखंड के मजदूरों से एक हजार लेकर 780 का टिकट दलालों ने थमा दिया। दलालों की सांठगांठ वहां की पुलिस से थी। इन मजूदरों ने बताया कि वे वहां एक कपड़ा की फैक्ट्री में काम करते थे। लॉकडाउन में फैक्ट्री बंद हो गया। वे जहां रहते थे वहां मकान मालिक किराया के लिए काफी दबाव बनाने लगा। अब घर लौट आए हैं तो थोड़ी राहत है। जसीडीह पहुंचने पर इन मजदूरों का वहां मौजूद पदाधिकारियों ने स्वागत किया। फिर सभी की स्वास्थ्य जांच की गई। जांच के बाद सभी को खाना का पैकेट व पानी का बोतल देकर गृह जिला के लिए गाड़ियों से रवाना कर दिया गया। वाहन के इंतजार में घंटों बैठे रहे 60 मजदूर : केरल से जो ट्रेन आई उससे उतरे 60 मजदूरों को घंटों वाहन के इंतजार में जसीडीह स्टेशन पर बैठा रहना पड़ा। ये ट्रेन पहले ही 11 घंटे की देरी से पहुंची। यहां पहुंचने पर जामताड़ा जिले के दस, साहेबगंज जिले के 44 व पाकुड़ जिले के 6 मजदूरों को वाहन नहीं मिला। सुबह चार बजे से दिन के करीब 12 बजे तक इंतजार करने के बाद प्रशासन ने इन्हें घर भेजने के लिए गाड़ी का इंतजाम कराया। जानकारी हो कि गाड़ी गृह जिला द्वारा इंतजाम किया जाता है, लेकिन वहां से पर्याप्त संख्या में गाड़ी नहीं आने से ये परेशानी हुई। साथ ही जामताड़ा जिले के मजदूर तो पहुंच गए लेकिन उनका नाम प्रशासन की सूची में नहीं था। यही कारण था कि वहां से गाड़ी नहीं भेजी गई थी। संताल परगना के 1371 मजदूर : केरल वे गुजराज से जो ट्रेन आई उससे संताल परगना के 1371 मजदूर जसीडीह पहुंचे। केरल की आई ट्रेन से देवघर के 230, गोड्डा के 24, दुमका के 22, साहिबगंज के 595 व पाकुड़ के 15 मजदूर आए। वहीं गुजराज से देवघर के 216, जामताड़ा के 27, साहिबगंज के 58, गोड्डा के 102, पाकुड़ के 24 व दुमका के 58 मजदूर पहुंचे।

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