प्रोजेक्ट कन्या उवि परिसर बना मवेशियों का चारागाह
करौं कोरोना संक्रमण की वजह से बीते पांच माह से बंद सरकारी विद्यालय अपनी दुर्दशा पर आंसू
करौं : कोरोना संक्रमण की वजह से बीते पांच माह से बंद सरकारी विद्यालय अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। संक्रमण से बचाव के लिए 22 मार्च से ही प्रखंड के सभी प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को बंद कर दिया गया है। तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए फिलहाल इन विद्यालयों के खुलने की कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है। जब तक संक्रमण पर नियंत्रण स्थापित नहीं किया जाता तब तक विद्यालय को बंद रखा जाएगा। ऐसे में बंदी के कारण विद्यालय परिसर चारागाह बन गया है। विद्यालय परिसर में मवेशी ही दिखाई देते हैं। प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय परिसर का हाल-बेहाल है। हालांकि सरकार द्वारा छात्रों को विद्यालय आने से मना किया गया है वहीं शिक्षकों को विद्यालय आने की अनुमति दी गई है। इस विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक महीनों से नहीं आ रहे हैं और ना हीं इस विद्यालय की देखरेख करने वाला कोई प्रहरी ही है। विद्यालय का मुख्य द्वार खुला रहने के कारण दर्जनों की संख्या में मवेशी प्रवेश कर जाते हैं एवं परिसर में लगाए गए पौधों एवं फूलों को चर जाते हैं। प्रभारी प्रधानाध्यापक सुनील लच्छीरामका ने कहा कि विद्यालय में चाहरदीवारी नहीं रहने के कारण आवारा मवेशी प्रवेश कर जाते हैं। ग्रामीणों से कहा गया है कि वे अपने मवेशियों को बांध कर रखें और स्कूल परिसर में आने से रोकें लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं हैं।