सड़क निर्माण में कमजोर ईट का प्रयोग
संवाद सहयोगी चितरा पालोजोरी प्रखंड के जमुआ पंचायत मुख्यालय के आदिवासी टोला में मार्च के पह
संवाद सहयोगी, चितरा : पालोजोरी प्रखंड के जमुआ पंचायत मुख्यालय के आदिवासी टोला में मार्च के पहले पीसीसी सड़क निर्माण प्रारंभ हुआ। जिसका पक्कीकरण आज तक नहीं हो पाया। टोले वासियों ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की। परंतु इसकी जांच ही नहीं हुई। वहीं इस सड़क के अगले हिस्से में पीसीसी करण के लिए मशीन से सड़क का समतलीकरण कर लोकल भट्टे की ईंट लगाई गई है।
होपना मरांडी, आनंद तांती, लुगू मुनि हांसदा, छोटू राणा, विसु राणा, विनोद मरांडी, सुंदर मुनि हांसदा समेत कई लोगों का कहना है कि उनके टोले में लोग पढ़े लिखे नहीं हैं। मेहनत मजदूरी करके अपना जीवन बसर करते हैं। न तो वे लोग पंचायत मुख्यालय और ना प्रखंड का चक्कर लगाते हैं। ऐसी स्थिति में आदम जमाने की सड़क में परेशानी से जीवन गुजार रहे हैं। गांव वालों ने कहा कि दैनिक जागरण के माध्यम से अपनी आवाज उठाई। कई बार खबरें छपी तब पंचायत स्तर से पीसीसी सड़क का निर्माण प्रारंभ हुआ। लेकिन लोकल ईंट इसमें लगाई गई। फिर भी संतोष कर लिया कि सड़क का तो निर्माण हो जाएगा। परंतु नौ दस महीने हो गए। सड़क का पक्कीकरण हुआ नहीं कि ट्रैक्टरों की आवाजाही से वह खराब भी होने लगी है। आधी अधूरी सड़क की जांच के लिए उपायुक्त और प्रखंड विकास पदाधिकारी को पत्र देकर मांग की गई है।
आवेदन पर नहीं हुई कार्रवाई : टोले वासियों का कहना है कि इसकी जांच अब तक नहीं हुई और ना ही सड़क का पक्कीकरण हुआ। इसे आधा अधूरा छोड़ अब अगले हिस्से में पक्कीकरण की तैयारी की जा रही है। जो निर्माण कार्य पर सवाल उठाता है। इस हिस्से में भी वही अनियमितता बरती जा रही है जो पहले हो चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। रोजी-रोटी छोड़कर अधिकारियों के पास जांच के लिए चक्कर नहीं लगा सकते।