आजाद भारत में आज तक नहीं हुआ कर्मियों का इतना दमन
इसमें डाककर्मियों की समस्याओं पर चर्चा की गई और कई प्रस्ताव लिए गए। साथ ही नई प्रमंडलीय कार्यकारिणी का गठन भी किया गया।
देवघर : भारतीय डाक कर्मचारी संघ सी संवर्ग का उप डाकघर सत्संग में रविवार को संताल परगना का प्रमंडल स्तरीय अधिवेशन हुआ। इसमें डाककर्मियों की समस्याओं पर चर्चा की गई और कई प्रस्ताव लिए गए। साथ ही नई प्रमंडलीय कार्यकारिणी का गठन भी किया गया। इसके पूर्व संघ के प्रांतीय सचिव विनोद कुमार यादव ने अधिवेशन का उद्घाटन करते हुए कर्मियों से एकजुट होने का आह्वान किया। विनोद ने कहा कि आजाद भारत के इतिहास में आज तक श्रमिकों व कर्मचारियों पर इतना दमन कभी नहीं हुआ था, जितना वर्तमान में केंद्र सरकार की ओर से आर्थिक मोर्चे पर किया जा रहा है। महंगाई आसमान छूते जा रही है और कोरोना के नाम पर कर्मचारियों व पेंशन भोगियों के महंगाई भत्ता पर जून 2021 तक रोक लगा दी गई है, जो सरकार का क्रूरतम कदम है। सरकार के इस जन विरोधी फरमान से करोड़ों मेहनतकश व उनके आश्रित प्रभावित हो रहे हैं। इस मौके पर प्रस्ताव पारित करते हुए तत्काल महंगाई भत्ता का भुगतान करने, लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर बढ़ाने, सार्वजनिक इकाइयों के बेलगाम निजीकरण पर रोक लगाने, नई पेंशन योजना समाप्त करने, पुरानी पेंशन योजना चालू करने की मांग की गई।
दामोदर अध्यक्ष व बीके यादव बने सचिव
अधिवेशन में संघ के नए प्रमंडलीय इकाई का गठन किया गया। इसके तहत सर्वसम्मति से दामोदर दास को अध्यक्ष तथा बीके यादव को सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई। रवि कुमार, रंजीत मंडल, चंद्रशेखर झा व सोमनाथ राय को सहायक सचिव, दिलीप कुमार तिवारी व प्रमोद कुमार को संगठन सचिव व चितरंजन दास को उपाध्यक्ष बनाया गया। अधिवेशन को सफल बनाने में सुधीर राय, दिलीप तिवारी, राजीव रंजन सिन्हा, रंजीत मंडल, जितेंद्र, प्रकाश गगराई, चितरंजन दास, कमल नारायण मोदी व आदित्य कुमार आदि ने अहम योगदान किया।