जाति-धर्म से उपर उठकर मजबूत सरकार के लिए मतदान
बैद्यनाथधाम रेलवे स्टेशन के ठीक पास है बिहारी चाय की दुकान। बिहार चाय की दुकान पर विधानसभा चुनाव में जीत-हार का समीकरण रोज बन और बिगड़ रहा है। मंगलवार की सुबह की बात है।
देवघर : बैद्यनाथधाम रेलवे स्टेशन के ठीक पास है बिहारी चाय की दुकान। बिहार चाय की दुकान पर विधानसभा चुनाव में जीत-हार का समीकरण रोज बन और बिगड़ रहा है। मंगलवार की सुबह की बात है। चाय की लेते हुए शकील अहमद कहते हैं राजनीति एक ऐसा चस्का है जिसे एक बार लग जाए तो फिर इससे वह ताउम्र तौबा नहीं कर सकता है। यह दीगर बात है कि राजनीति में शुद्धिकरण की दरकार है क्योंकि भ्रष्टाचार सर्वाधिक इसी क्षेत्र में है। घोटालेबाज नेताओं की फेहरिस्त कितनी लंबी है यह भी बताने की दरकार नहीं है। भ्रष्टाचार की वजह से ही विकास बाधित है। इसलिए चुनाव में ऐसे जनप्रतिनिधि को चुनना चाहिए जो जनसमस्याओं को नजदीक से जानते हों और उसके निदान को लेकर गंभीरता से पहल कर सकते हों। शमीम खान कहते हैं सभी नेता एक तरह के नहीं होते हैं। कुछ इक्का-दुक्का के कारण पूरा राजनीति व राजतंत्र बदनाम है। कहा कि इस क्षेत्र में भी कई ऐसे जनप्रतिनिधि हैं जो क्षेत्र और समाज के लिए कार्य कर रहे हैं। कहा कि विधानसभा चुनाव में जाति, धर्म से ऊपर उठकर वोट करेंगे ताकि अच्छे जनप्रतिनिधि चुनकर आएं। पंकज कुमार ने कहा कि चुनाव में कोई ना कोई नाता रिश्ता जुड़ ही जाता है। लोग परिवारवाद कि राजनीति से तंग आ गए हैं। एकमात्र विकल्प और चेहरा सामने हैं जिसको वोट करेंगे। राज्य में स्पष्ट जनादेश मिलने पर ही राज्य और पूरे क्षेत्र का विकास हो पाएगा। सन्नी कुमार कहते हैं कि चुनाव आते ही नेताजी नजर आने लगते हैं। मनभावन भाषण और आश्वासन के बल पर चुनाव को जीतना चाहते हैं। आजादी से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं हर चुनाव में जनता अपने आप को ठगा महसूस करती है और पुराने अनुभवों से सीख भी लिया है। इसलिए अबकी बार कोई चूक नहीं होनी चाहिए जिसकी वजह से बाद में पछताना पड़े।