ऋण दिलाने के नाम पर कमीशनखोरी का मामला गहराया
मोहनपुर मोहनपुर प्रखंड के घोंघा पंचायत अंतर्गत तिलैया मंझियाना गांव में पांच महिला स्वयं सह
मोहनपुर : मोहनपुर प्रखंड के घोंघा पंचायत अंतर्गत तिलैया मंझियाना गांव में पांच महिला स्वयं सहायता समूह को ऋण दिलाकर कमीशन वसूली का मामला तूल पकड़ने लगा है। मोहनपुर के बीडीओ अशोक कुमार ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। कमीशन लेने की बात सामने आने के बाद बीडीओ अशोक कुमार ने मामले में जेएसपीएलएस की बीपीएल दिव्या सिन्हा से स्पष्टीकरण पूछा है। बीडीओ ने इस मामले में बीपीएल दिव्या से कहा कि दो दिनों में पूरी वस्तुस्थिति से अवगत कराएं और अगर जवाब संतोषप्रद नहीं मिला तो अग्रेतर कार्रवाई के लिए उपायुक्त को प्रतिवेदन भेजेंगे।
ये है पूरा मामला
10 अगस्त को तिलैया मंझियाना गांव में पांच महिला स्वयं सहायता समूहों को दिए गए ऋण की राशि वसूली करने एसबीआइ के शाखा प्रबंधक जयप्रकाश रजक जब गांव पहुंचे तो खुलासा हुआ कि ऋण की राशि ग्रुप के सभी महिलाओं को नहीं मिली है। अधिकांश महिलाओं को ऋण के बारे में जानकारी तक नहीं है।
ग्रुप की अध्यक्ष ललिता देवी के अनुसार ऋण की राशि में जेएसएलपीएस के कर्मी गौतम कुमार मंडल ने एक लाख में 30 हजार रुपए कमीशन के नाम पर रख लिया है। मामले की जानकारी बीडीओ अशोक कुमार को मिली तो वे गांव पहुंचे और महिलाओं से पूछताछ की। वहां उपस्थित गौतम कुमार मंडल से पूछताछ की तो उसने बताया कि राशि बीपीएम(ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर) दिव्या सिन्हा के निर्देश पर लिया गया है। बीडीओ ने बताया कि बीपीएल द्वारा ऋण दिलाने के नाम पर वसूली करने की शिकायत मिल रही है। सभी गांवों में टीम गठित कर इसकी जांच कराई जाएगी। उधर मुखिया संघ भी बीपीएल दिव्या सिन्हा के क्रियाकलापों से नाराज है।
संघ के अध्यक्ष राजकिशोर यादव, उपाध्यक्ष भागीरथ राउत, अमर पासवान, रंजीत यादव, लक्ष्मी कुमारी, नरेश यादव ने कहा कि बीपीएल द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रलोभन देकर ठगने का काम किया जा रहा है। बैंकों से ऋण दिलाकर कमीशन वसूली कर रही है। संघ ने कहा कि जल्द इस मामले को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त से मिलकर बीपीएल दिव्या सिन्हा को यहां से हटाने एवं समुचित कार्रवाई की मांग करेगा।