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श्रम कानून में बदलाव मजदूर हित में नहीं

संवाद सहयोगी चितरा(देवघर) संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा समर्थकों ने बुधवार को मांगों के समर्थन

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 06:00 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 06:00 PM (IST)
श्रम कानून में बदलाव मजदूर हित में नहीं
श्रम कानून में बदलाव मजदूर हित में नहीं

संवाद सहयोगी, चितरा(देवघर): संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा समर्थकों ने बुधवार को मांगों के समर्थन में जुलूस निकालकर क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष सभा किया।

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यूनियन प्रतिनिधियों ने जमकर केंद्र सरकार की नीतियों को कोसा। इसके पूर्व प्रतिष्ठान के वर्कशॉप से मोर्चा समर्थकों ने जुलूस निकाला। नई कॉलोनी, गेस्ट हाउस रोड व तिवारी चौक से गुजर कर सभी लोग महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष एकत्र हुए। बीएमएस नेता द्रोण सिंह की अध्यक्षता में हुई सभा में पशुपति कोल, रमन कुमार चौधरी, रामदेव सिंह, योगेश राय, नवल राय, राजेश राय व होपना मरांडी आदि ने केंद्र सरकार की नीतियों की जमकर आलोचना की। यूनियन प्रतिनिधियों ने कहा कि केंद्र सरकार श्रम कानून में बदलाव संबंधी विधेयक ला चुकी है। यह राष्ट्रपति के सहमति के बाद कानून बन जाएगा। यह मजदूर हित के विपरीत है। कमर्शियल माइनिग के जरिए सरकार ने कोयला उद्योग के निजीकरण के दरवाजे खोल दिए हैं। सरकार यह भी चाहती है कि 50 वर्ष की आयु पूरा कर लेने वाले और 30 वर्ष तक कोयला उद्योग में काम कर चुके कोयला कर्मी को बाहर का रास्ता दिखा दें। इन सारी नीतियों से जाहिर होता है कि केंद्र सरकार ने मजदूर विरोधी नीति बनाने का बीड़ा उठा लिया है। यूनियन प्रतिनिधियों ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने कोयला उद्योग को निजी हाथों से छीनकर राष्ट्रीयकरण कर दिया। उन्हीं की बदौलत कोयला कर्मी सम्मान की जिदगी जी सके। 12 सूत्री मांग पत्र सभा के अंत में प्रबंधन के माध्यम से प्रधानमंत्री कार्यालय प्रेषित किया गया।


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