लालपुर गांव में जैविक खेती की धूम
संवाद सहयोगी मधुपुर (देवघर) मधुपुर अनुमंडल का एक गांव है लालपुर। यह गांव परिवर्तन के
संवाद सहयोगी, मधुपुर (देवघर) : मधुपुर अनुमंडल का एक गांव है लालपुर। यह गांव परिवर्तन के रास्ते कदम दर कदम आगे बढ़ता अपनी कहानी खुद लिख रहा है।
लालपुर गांव में संवाद स्वयंसेवी संस्था द्वारा ऑर्गेनिक फार्मिंग शुरू की गई है। एक एकड़ बंजर भूमि को जैविक प्रयोगस्थल के रूप में विकसित किया गया है। यहां ऑर्गेनिक सब्जी की खेती हो रही है। सब्जी हाथों हाथ बिक जाती है। सब्जी की फसल में रासायनिक खाद और कीटनाशक के बदले केचुआ खाद, गोबर डाला जाता है। नीम से तैयार कीटनाशक का छिड़काव होता है। एक एकड़ बेकार पड़ी बंजर जमीन पर ऑर्गेनिक नेनुआ, करेला, झींगा, खीरा, कददू ,बरबट्टी खूब उपज रहा है। डेमो सेंटर में सिचाई के लिए एक डोभा और बोरिग है। वर्षा जल रोकने का इंतजाम किया गया है। यहां सौ से अधिक आम, अमरूद, कटहल, जामुन, नींबू आदि फलदार पौधा लगाया गया है। ऑर्गेनिक सब्जी की जबर्दस्त डिमांड है। इजराइल से लौटे कृषि वैज्ञानिक गोकुल प्रसाद यादव, महानंद, इंद्रदेव मंडल, भोली राय समेत ग्रामीण महिलाओं की देखरेख में ऑर्गेनिक खेती की जा रही है। मधुपुर के बावन बीघा संवाद से ही सब्जी बिक जाती है। ऑर्गेनिक सब्जी के उत्कृष्ट स्वाद के कारण उपभोक्ता की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। क्या कहते पर्यावरणविद
वरिष्ठ समाजसेवी सह पर्यावरणविद घनश्याम कहते हैं कि लालपुर का डेमो सेंटर अब आकार ग्रहण कर रहा है। अगले कुछ साल में यह गांव जैविक प्रयोग का एक स्थल बने, ऐसी कोशिश की जा रही है। झारखंड में अधिक से अधिक किसान जैविक खेती करें। यह प्रयास चल रहा है। देशज बीज का संरक्षण कर, उसकी खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। स्वावलंबन आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रवासी मजदूर और महिलाओं को ग्रामोद्योग से जोड़ने का सामूहिक प्रयास चल रहा है।