स्ट्रीट वेंडरों को दिया गया प्रमाण-पत्र
जागरण संवाददाता देवघर खाने का सामान देने के लिए हमेशा पत्ता से बने प्लेट व दोना का प्रयो
जागरण संवाददाता, देवघर : खाने का सामान देने के लिए हमेशा पत्ता से बने प्लेट व दोना का प्रयोग करें। पत्तल पर भोजन करने से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ता और इसे आसानी से नष्ट भी किया जा सकता है। इससे पर्यावरण संरक्षण होता है। यह बातें गुरुवार को नंदन पहाड़ स्थित सिल्पग्राम आडिटोरियम में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके तृतीय बैच के स्ट्रीट फूड वेंडर को प्रमाण पत्र के दौरान नगर प्रशासक शैलेंद्र कुमार लाल ने कहा। कहा कि प्लास्टिक व थर्मोकोल के प्रयोग करने से कई बीमारी की आशंका रहती है। नष्ट होने में सैकड़ों वर्ष लग जाते हैं। सफाई व स्वच्छता का पूरा ख्याल रखने का निर्देश दिया। प्रशिक्षित 150 वेंडरों को प्रमाण-पत्र दिया गया। स्ट्रीट फूड वेंडरों को एफएफएसएसआइ के सहयोग से क्वांटस मैनेजमेंट सिस्टम की ओर से प्रशिक्षण दिया गया। स्ट्रीट फूड वेंडरों को प्रधानमंत्री स्व-निधि योजना की जानकारी दी गई। बताया गया कि व्यवसाय में आर्थिक मदद के लिए योजना के तहत प्रथम किस्त में 10 हजार रुपये दिया जाता है। प्रथम किस्त का भुगतान करने के बाद 20 हजार रुपये के आवेदन कर सकते है। कुल तीन किस्तों में 80 हजार रुपये तक दिए जाने का प्रावधान है। स्ट्रीट वेंडर या उनके घर के 18 वर्ष से अधिक उम्र के सदस्य दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन कार्यक्रम के तहत संचालित कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्हें योग्यता के अनुसार कार्यक्रम की जानकारी देकर प्रशिक्षण के लिए निबंधित किया जाएगा। वांटेड क्वांटस मैनेजमेंट सिस्टम की ओर से नगर निगम में चिह्नित कुल 600 स्ट्रीट फूड वेंडरों को प्रशिक्षण दिया जाना है। अभी तक कुल 350 वेंडरों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। दो दिनों तक प्रशिक्षण के लिए स्ट्रीट वेंडरों को पांच सौ रुपये का भुगतान किया जाता है। यह राशि सीधे उनके बैंक एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। मौके पर नगर निगम के सहायक अभियंता वैदेह शरण, नगर अभियान प्रबंधक कौशल किशोर, नगर प्रबंधक मृणाल कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।