अचानक बाबा मंदिर पहुंचा भक्तों का हुजूम
संवाद सूत्र देवघर सरकार के निर्देश पर 27 अगस्त से बाबा बैद्यनाथ का पट आम श्रद्धालुओं के लिए
संवाद सूत्र, देवघर : सरकार के निर्देश पर 27 अगस्त से बाबा बैद्यनाथ का पट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। सुबह छह से दस बजे तक पूजा करने की व्यवस्था की गई है। इस दौरान मात्र दो सौ लोगों को पूजा करानी है। इसमें भी दूसरे राज्य के लोगों को पूजा की अनुमति नहीं है।
चौथे दिन रविवार को बाबा का दरबार भक्तों से इस कदर गुलजार हुआ जिसकी लोगों व प्रशासन को कतई उम्मीद नहीं थी। आलम यह था कि इस भीड़ को नियंत्रित करने में जिला व पुलिस प्रशासन के पसीने छूट गए, क्योंकि प्रशासन को भी अंदाजा नहीं था कि अचानक इस तरह से भीड़ हो जाएगी। फुट ओवरब्रिज हो या संस्कार मंडप शारीरिक दूरी के मायने समाप्त हो गए थे। न केवल देवघर व राज्य के अन्य जिलों से बल्कि मुजफ्फरपुर, बांका, बेलहर, चांदन, जमुई व झाझा सहित बिहार के सीमावर्ती इलाकों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा के लिए पहुंचे हुए थे।
कुल मिलाकर निर्धारित संख्या से दस गुना अधिक यानी दो हजार से अधिक श्रद्धालु बाबा दरबार पहुंच गए थे और इतनी बड़ी भीड़ के लिए तो व्यवस्था की ही नहीं गई थी, लिहाजा सारे नियम-कानून टूट गए। अफरातफरी का माहौल रहा और शारीरिक दूरी का अनुपालन नहीं हो रहा था। बाद में अतिरिक्त पुलिस बल के अलावा मंदिर के कर्मी भी भीड़ को नियंत्रित करने व शारीरिक दूरी का अनुपालन कराने को सक्रिय हो गए। हालांकि सभी को पूजा कराकर निर्धारित समय सुबह दस बजे बाबा मंदिर का पट बंद कर दिया गया।
क्या रहा हाल
रविवार को सुबह के चार बजे हैं। उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह, अनुमंडलाधिकारी, देवघर विशाल सागर व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विकास चंद श्रीवास्तव सहित अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में सरकारी पूजा के लिए बाबा का पट खोला गया। पुजारी छोटेलाल झा द्वारा सरकारी पूजा कराई गई। इस दौरान श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू था। उन्हें चार दिनों में पहली बार फुट ओवरब्रिज से प्रवेश कराकर संस्कार मंडप में जमा किया जा रहा था। सुबह छह बजे पट आम श्रद्धालुओं के लिए खुला तो भीड़ मानसरोवर स्थित फुट ओवरब्रिज के प्रवेश द्वार तक पहुंच गई थी, तब जाकर लोगों को मामला समझ में आने लगा कि यह तो निर्धारित संख्या से बहुत ज्यादा हो गया।
भक्तों के बीच की शारीरिक दूरी भी समाप्त हो चुकी थी। यह देखना था कि प्रशासन व मंदिर कर्मी सतर्क हो गए। एसडीओ व एसडीपीओ फुट ओवरब्रिज के प्रवेश द्वार पर तैनात हो गए, जबकि पुलिस व मंदिर कर्मी भक्तों के बीच शारीरिक दूरी बनाते हुए कतार को नियंत्रित करने में जुट गए। उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह नियंत्रण कक्ष में स्थिति पर नजर बनाए हुए थे। कतार में लगे सभी श्रद्धालुओं को निर्धारित समय सुबह दस बजे तक पूजा करा दिया गया था।
सोमवार को लेकर प्रशासन सतर्क
रविवार को उमड़ी भीड़ को देखते हुए प्रशासन सोमवार को लेकर भी सतर्क हो गया है कि इस तरह की भीड़ हुई तो शारीरिक दूरी के साथ कैसे पूजा कराई जाए, इसकी व्यवस्था को लेकर मंथन शुरू हो गया। रविवार को एसडीओ विशाल सागर व एसडीपीओ विकास चंद श्रीवास्तव ने निर्माणाधीन क्यू कॉम्पलेक्स का जायजा लिया। कहा गया कि अगर सोमवार को भी भीड़ रहती है तो क्यू कांपलेक्स का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि भक्तों के बीच शारीरिक दूरी बनी रहे।
---------------
अचानक भक्तों की भीड़ आ गई, इसकी उम्मीद नहीं की गई थी। बावजूद इसके भीड़ को नियंत्रित कर लिया गया तथा शारीरिक दूरी के साथ भक्तों को पूजा कराया गया।
विशाल सागर, अनुमंडलाधिकारी, देवघर
-----------------
अगले दो दिनों में ई-पास की व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। इसमें टाइम स्लॉट का प्रावधान रहेगा। एक सप्ताह के अंदर का ही ई-पास निर्गत किया जाएगा। इससे नियंत्रण के साथ दो सौ लोगों को पूजा कराई जा सकती है। लोगों को भी पता रहेगा कि उन्हें किस दिन व कब दर्शन करना है। अभी तक ओपेन था, ई-पास लागू नहीं है। लोगों को यहां की व्यवस्था की सही जानकारी भी नहीं है। ई-पास लागू होने के साथ सभी व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित की जा सकेगी। व्यवस्था को सफल बनाने में सामूहिक प्रयास आवश्यक है। सिर्फ झारखंड के लोगों को ही पूजा की अनुमति है।
कमलेश्वर प्रसाद सिंह, उपायुक्त, देवघर