Move to Jagran APP

34 में 32 पद रिक्त, भगवान भरोसे देवघर की जनता

जागरण संवाददाता, देवघर : श्रावणी मेला की सफलता से सरकार व प्रशासन की जो छवि देश में बनी

By JagranEdited By: Published: Fri, 31 Aug 2018 01:28 AM (IST)Updated: Fri, 31 Aug 2018 01:28 AM (IST)
34 में 32 पद रिक्त, भगवान भरोसे देवघर की जनता
34 में 32 पद रिक्त, भगवान भरोसे देवघर की जनता

जागरण संवाददाता, देवघर : श्रावणी मेला की सफलता से सरकार व प्रशासन की जो छवि देश में बनी वह भादो में धूमिल होती दिख रही है। भादो मेला परवान लेने को है और अचानक प्रशासनिक संकट खड़ा हो गया है। सरकार ने पिछले छह महीने से एक एक कर कई अधिकारियों का स्थानांतरण कर दिया। इससे अचानक विधि व्यवस्था का ऐसा संकट सामने आ गया कि दो सितंबर को जन्माष्टमी से होने वाली भीड़ व अढ़ैया मेला को संभाल पान मुश्किल हो जाएगा। सबसे बड़ी बात यह कि शहर की विधि व्यवस्था संभाल रहे एसडीओ रामनिवास यादव को पाकुड़ का डीडीसी बना दिया गया, उनकी जगह विशाल सागर को एसडीओ बनाया गया है लेकिन वह एक महीने बाद योगदान करेंगे। अब ऐसे में डीसी तत्काल स्थानांतरित एसडीओ को विरमित नहीं कर रहे हैं। यदि वह विरमित कर देते हैं तो लॉ एंड ऑर्डर का संकट खड़ा हो सकता है। उपायुक्त ने मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव काíमक विभाग, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव समेत सभी संबंधित सचिवों को रिक्त पदों के बारे में जानकारी दे दी है।

loksabha election banner

समाहरणालय व विकास भवन में पसरा रहा सन्नाटा: गुरुवार को समाहरणालय एवं विकास भवन सूना सुना रहा। केवल उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी की गाड़ी लगी थी। वह दिनभर अपने दफ्तर में बैठे रहे। उनके नीचे के पदाधिकारी का दफ्तर बंद रहा। डीडीसी दिल्ली में आयोजित बैठक में भाग लेने चले गए। अपर उपायुक्त सह मंदिर प्रभारी अंजनी दुबे एवं कार्यपालक दंडाधिकारी प्रवीण प्रकाश आकस्मिक अवकाश पर चले गए। कलक्टर के समक्ष ऐसी समस्या आ गई कि उन्होंने स्थानांतरित एसडीओ को अपने पदस्थापन जिला में जाने से मना कर दिया। क्योंकि एसडीओ में पदस्थापित पदाधिकारी ने डीसी से संपर्क कर कहा कि वह एक अक्टूबर को योगदान करेंगे।

मतदाता सूची का पुनरीक्षण होगा प्रभावित

एक सितंबर से मतदाता सूची का पुनरीक्षण होना है। जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी, अवर निर्वाचन पदाधिकारी का पद रिक्त है। पांच महीना पूर्व ही इस पद से अधिकारी अवकाशप्राप्त कर लिए हैं। उनके स्थान पर सरकार ने किसी को नहीं भेजा है। दो कार्यपालक दंडाधिकारी थे जिनमें एक का स्थानांतरण हो गया है। ऐसे में एक कार्यपालक दंडाधिकारी से डीसी कौन कौन सा कार्य करवाएंगे। सावन के बाद विकास की गाड़ी को जो गति लेना था वह ठहर गया है। मधुपुर एसडीओ के पास भू अर्जन, मधुपुर नगर परिषद का अतिरिक्त कार्य है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.