जागरण संवाददाता, देवघर : जसीडीह व देवीपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार की देर रात साइबर गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई। कार्रवाई में पुलिस ने गिरोह के 11 सदस्यों को धर दबोचा। गिरफ्तार अपराधियों के पास से नकदी सहित साइबर अपराध को अंजाम देनेवाले दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा को गिरोह के संबंध में गुप्त सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर एसपी ने दो विशेष छापेमारी दल का गठन किया। एक टीम का नेतृत्व साइबर थाना की इंस्पेक्टर संगीता कुमारी, जसीडीह थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर मनोज कुमार व रिखिया थाना प्रभारी राजीव कुमार और दूसरी टीम का नेतृत्व पुलिस निरीक्षक छठु राम गोंड, देवीपुर थाना प्रभारी करुणा सिंह व सारवां थाना प्रभारी अजय कुमार कर रहे थे। एक टीम ने जसीडीह थाना क्षेत्र के राजाडीह एवं धावाटांड़ में छापेमारी कर आठ साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया, जबकि देवीपुर थाना क्षेत्र के ढकढका गांव से पांच साइबर अपराधी को धर दबोचा गया।
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गिरफ्तार होनेवाले साइबर अपराधी
छापेमारी के दौरान गिरफ्तार होनेवालों में जसीडीह थाना क्षेत्र के धावाटांड़ गांव निवासी रोहित दास, अजीत दास, रंजीत कुमार दास, उज्जवल कुमार दास, राजाडीह गांव निवासी राहुल कुमार दास व सनोज दास, देवीपुर थाना क्षेत्र के ढकढका गांव निवासी अनिल दास, किशन दास, मिथुन दास, मिथुन दास, गौतम कुमार दास और संजय दास शामिल है।
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बरामद सामान
गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 30 हजार रुपये, 22 मोबाइल फोन, 36 सीम कार्ड, 14 विभिन्न बैंकों को पासबुक, 14 एटीएम कार्ड, एक चेकबुक, एक लैपटॉप बरामद किया है।
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छापेमारी दल में शामिल सदस्य
छापेमारी दल में पीएसआइ प्रेम प्रदीप कुमार, रूपेश कुमार, स्वरूप भंडारी, अजय कुमार यादव, अविनाश गौतम, गुरुदयाल सबर, गौरव कुमार, मनोज कुमार मुर्मू, धनंजय कुमार सिंह, अघनु मुंडा, अवधेश बाड़ा, कपिलदेव यादव, महिला पीएसआइ संगीता रजवार सहित आरक्षी प्रदीप कुमार मंडल, सोमलाल मुर्मू, बबलू सिंह व रतन दुबे शामिल थे।
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कैसे बनाते लोगों को ठगी का शिकार
पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने साइबर अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। गिरोह के सदस्यों ने पुलिस को बताया कि कई तरह से लोगों को झांसे में लेकर ठगी का शिकार बनाते हैं। लोगों को बैंक अधिकारी बनकर एटीएम बंद होने की जानकारी देते हुए उनसे बैंक से रजिस्ट्रर मोबाइल नंबर और ओपीटी प्राप्त कर लेते हैं। इसके बाद अवैध तरीके से निकासी कर ली जाती है। केवाइसी अपडेट कराने, फोन-पे, पेटीएम मनी रिक्वेस्ट भेजकर, गुगल पर वॉलेट और बैंक का फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी का नंबर डालकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं।
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लोग पुलिस की मदद करें ताकि गिरोह को जड़ से समाप्त किया जा सके। पुलिस लगातार गिरोह के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। आमलोगों का सहयोग मिलने से और अधिक सफलता हाथ लगेगी। गिरफ्तार साइबर अपराधियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। आगे भी गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की जाती रहेगी।
अश्विनी कुमार सिन्हा, एसपी देवघर
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