बलबल में आज व कल उमड़ेंगी श्रद्धालुओं की भीड़
संवाद सहयोगी गिद्धौर(चतरा) प्रखंड के द्वारी स्थित बलबल में शुक्रवार व शनिवार को श्रद्धालुओं क
संवाद सहयोगी, गिद्धौर(चतरा) : प्रखंड के द्वारी स्थित बलबल में शुक्रवार व शनिवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। मकर संक्रांति के मौके पर हर वर्ष यहां गरम जल कुंड में स्नान करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। बलबल मेला को चतरा का कुंभ मेला भी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि यहां के पवित्र गरम जल कुंड में स्नान कर जो भी सच्चे दिल से मांग बागेश्वरी की पूजा-अर्चना करता है, उनकी मनोकामना पूरी होती है यही कारण है। जिले के अलावा हजारीबाग, रामगढ़, धनबाद आदि जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। हालांकि कोरोना के तीसरी लहर को देखते हुए प्रशासन द्वारा बलबल मेले की डाक नहीं किया गया। वैसे स्थिति में मेला की तैयारी नहीं की जा रही है। बताया जा रहा है कि यह लगातार दूसरा वर्ष है जो बलबल में मकर संक्रांति के अवसर पर मेला नहीं लगेगा। हालांकि कुछ छोटी-छोटी दुकान है सज रही हैं।मेला नहीं लगने से खासकर आसपास के लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। मेला नहीं लगने के बावजूद भी शुक्रवार व शनिवार को स्नान दान को लेकर श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमडेंगी। वहीं दूसरी तरफ प्रखंड विकास पदाधिकारी गणेश रजक ने कोविड-19 गाइडलाइन को पालन करते हुए श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना करने की अपील किया है ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घट सके।
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आज भी उपेक्षित बलबल
बलबल मेला को चतरा का कुंभ मेला का दर्जा मिला है फिर भी चतरा का यह इलाका उपेक्षित है। गरम कुंड बलबल का समुचित विकास नहीं होने से आज भी यहां लोगों को कई कठिनाईयों से जूझना पड़ता है।करीब साथ दशकों से बलबल में मकर संक्रांति के अवसर पर 10 दिवसीय पशु मेला का आयोजन होते आ रहा है। मेला में झारखंड के अलावे बिहार, बंगाल, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों से पशु व्यापारी पहुंचते थे।