चतरा में तालाब में डूबने से तीन ग्रामीण की मौत
थाना क्षेत्र के महुवरी गांव निवासी छोटन भुइंया की मौत शनिवार की शाम महानंदा तालाब में डूबने से हो गई। छोटन भुइंया खेत में काम करने के बाद महानंदा तालाब में नहाने के लिए गया था। नहाने के दौरान पैर फिसलने से तालाब में जा गिरा। तालाब में अधिक पानी होने से वो बाहर नहीं निकल पाया। मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने तालाब में उतर कर डूबे ग्रामीण को निकालने का प्रयास किया। लेकिन अंधेरा होने के कारण सफलता हाथ नही लगी। बाद में ग्रामीणों ने घटना की जानकारी
मयूरहंड/इटखोरी : चतरा के मयूरहंड व इटखोरी प्रखंड में शनिवार व रविवार को तालाब में डूबने से तीन लोगों की मौत हो गई। मयूरहंड के महुवरी गांव निवासी छोटन भुइंया की मौत शनिवार की शाम महानंदा तालाब में डूबने से हुई जबकि इटखोरी के गुल्ली के पारगढ़ा मोहल्ले के एक तालाब में रविवार दोपहर डूबने से हुलास यादव की पत्नी जलेश्वरी देवी (50) तथा उसकी नतनी खुशबू कुमारी (12) की मौत हो गई।
महुवरी गांव का छोटन भुइंया खेत में काम करने के बाद महानंदा तालाब में नहाने के लिए गया था। नहाने के दौरान पैर फिसलने से तालाब में जा गिरा। तालाब में अधिक पानी होने से वो बाहर नहीं निकल पाया। मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने तालाब में उतर कर डूबे ग्रामीण को निकालने का प्रयास किया। लेकिन अंधेरा होने के कारण सफलता हाथ नहीं लगी। रविवार की सुबह थाना प्रभारी शाकीर खान व समाज सेवी ¨पटू ¨सह ने चय कला के गोताखोरों को बुलाया। प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार ने एनडीआरएफ को घटना की सूचना देते हुए बुलाने का प्रयास किया। लेकिन चय गांव के गोताखोरों ने करीब आठ घंटे की मशक्कत के बाद शव को ढूंढ कर बाहर निकाला। बीडीओ ने मृतक के परिजनों को आपदा प्रबंधक से मुआवजा दिलाने आश्वाशन दिया है। वहीं इटखोरी के पारगढ़ा मोहल्ले जलेश्वरी देवी रविवार की दोपहर को गांव के एक तालाब में कपड़ा धोने गई थी। उसके साथ उसकी नतनी खुशबू कुमारी भी थी। जलेश्वरी कपड़ा धो रही थी उस वक्त उसकी नतनी तालाब में ही स्नान करने लगी। नहाने के दौरान ही वह तालाब के गहरे पानी में डूब गई। नतनी को डूबते देख नानी ने भी उसे बचाने के लिए तालाब में छलांग लगा दी। लेकिन तैराकी नहीं जानने के कारण नानी भी नतनी के साथ तालाब में डूब गई। ग्रामीणों ने मृत अवस्था में दोनों के शव को तालाब से बाहर निकाला। खुशबू कुमारी के शव को उसके पैतृक गांव चौपारण थाना क्षेत्र के बारहमोरिया गांव भेज दिया गया है। जबकि जलेश्वरी देवी के शव का अंतिम संस्कार गांव में ही करने की तैयारी की जा रही है।