झोलाछाप डॉक्टर ने ली तीन नवजातों की जान
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर भूषण राणा ने बताया कि इसकी सूचना मिली है। जांच की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
संवाद सूत्र, लावालौंग : लावालौंग प्रखंड के कटिया पंचायत निवासी पंकज गंझू के तीन नवजातों की जान रविवार को एक झोलाछाप चिकित्सक मुन्ना कुमार ने ले ली।
बताया गया कि शुक्रवार को पंकज की पत्नी कलावती देवी ने सिमरिया रेफरल अस्पताल में तीन नवजात बच्चियों को जन्म दिया। तीनों का वजन क्रमश: सवा किलो, डेढ़ किलो और पौने दो किलो था। स्थिति को देखते हुए रेफरल अस्पताल के चिकित्सक ने उन्हें आइसीयू में रखने की बात कहते हुए शनिवार को हजारीबाग सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इसीबीच लावालौंग बाजारटांड में अवैध रूप से एक क्लीनिक का संचालन करनेवाला झोलाछाप डॉक्टर मुन्ना वहां पहुंच गया और जबरन समझा-बुझाकर अपने वाहन से प्रसूता और नवजातों को अपने क्लीनिक लेकर आ गया। झोलाछाप डॉक्टर ने परिजनों को कहा कि आइसीयू में तीनों बच्चियों को रखने पर प्रति दिन 18 हजार रुपये खर्च आएगा और कम से कम 15 दिनों तक वहां बच्चों को रखना पड़ेगा। पैसा के कारण पंकज झोलाछाप डॉक्टर के चक्कर में पड़ गए। शनिवार को रात तक इलाज के क्रम में दो नवजातों की मौत हो गई जबकि तीसरे की मौत रविवार अहले सुबह हो गई। नवजातों की मौत के बाद पीड़ित परिवार ने क्लीनिक में खूब हंगामा किया। जिसके बाद झोलाछाप डॉक्टर ने उन्हें समझा बुझाकर वापस गांव भेज दिया। उसके बाद वह भी क्लीनिक बंद कर गायब हो गया। मालूम हो कि झोलाछाप डॉक्टर मुन्ना कुमार पूर्व में भी एक नवजात को बेचने के आरोप में जेल जा चुका है। इधर सिमरिया व लावालौंग के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर भूषण राणा ने बताया कि उन्हें घटना की सूचना मिली है। जांच की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद नियम संगत कार्रवाई की जाएगी।