अनुसूचित जाति के किसानों में कृषि यंत्र व बीज का वितरण
संवाद सूत्र चतरा स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र में बुधवार को अनुसूचित जाति के किसानों को पोषण
संवाद सूत्र, चतरा : स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र में बुधवार को अनुसूचित जाति के किसानों को पोषण वाटिका के लिए बीज तथा कृषि यंत्र का वितरण किया गया। यह कार्यक्रम अखिल भारतीय समन्वित कृषि मौसम निकरा (आइसीएआर) परियोजना के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में किसानों को पोषण वाटिका के महत्व, मौसम में वाटिका में लगाए जानेवाले 10 विभिन्न सब्जियों के बीज का वितरण, सिचाई के लिए पंपसेट, कीटों एवं रोग से फसल को बचाने के लिए छिड़काव यंत्र का वितरण किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डा. रंजय कुमार सिंह ने किसानों को पोषण वाटिका के महत्व के बारे में बताया। कहा कि पोषण वाटिका का निर्माण अपने घरों में करके लोग खुद एवं अपने परिवार की सेहत की सुरक्षा कर सकते हैं। कृषि वैज्ञानिक धर्मा उरांव ने कृषि आधारित पोषण विषय पर किसानों को प्रशिक्षित किया। वैज्ञानिकों ने पोषण वाटिका का महत्व रेखांकन एवं फसल चक्र की विस्तार से जानकारी दी। बताया गया कि महिलाएं खाली समय में अपने घर की खाली जमीन पर पोषण वाटिका लगाकर अपने परिवार के लिए साल भर की सब्जी एवं फल की आवश्यकता की पूर्ति कर सकती है। इससे कुपोषण मिटाने को भी बल मिलेगा। अखिल भारतीय कृषि मौसम परियोजना के अन्वेषक डा. प्रज्ञा कुमारी ने विशेषकर महिला किसानों को पोषण वाटिका के रख-रखाव की जिम्मेदारी एवं उससे होने वाले आर्थिक लाभ के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में लगभग दो प्रखंड से 50 किसानों के बीच कृषि यंत्र व बीज का वितरण किया गया।