फुटपाथ से उठकर दुकानों में सुसज्जित हुआ मिट्टी का दीया
संजय शर्मा इटखोरी(चतरा) पिछले वर्ष तक दीपावली के मौके पर मिट्टी का दीया फुटपाथ पर ही ि
संजय शर्मा, इटखोरी(चतरा) : पिछले वर्ष तक दीपावली के मौके पर मिट्टी का दीया फुटपाथ पर ही दिखा करता था। मिट्टी का दीया बनाने वाले कुम्हार सब्जी मंडी में बैठकर या फिर घर-घर जाकर मिट्टी का दीया बेचा करते थे। लेकिन इस वर्ष नजारा कुछ बदला बदला हुआ है। फुटपाथ से उठकर मिट्टी का दीया दुकानों के रेक में सज गया है। लोग भी बहुत चाव से मिट्टी का दीया खरीदने दुकानों में पहुंच रहे हैं। मिट्टी का दीया बेचने वाले दुकानदार चंदर केसरी, महेश केसरी आदि बताते हैं कि इस वर्ष से पहले वे लोग दीपावली के मौके पर मिट्टी का दीया बेचा नहीं करते थे। लेकिन इस वर्ष दीपावली के आगमन से पहले ही ग्राहकों ने मिट्टी के दीये का डिमांड शुरू कर दी थी। लिहाजा उन्हें पूजा-पाठ की अन्य सामग्री के साथ मिट्टी का दीया भी बिक्री के लिए रखना पड़ रहा है। दुकानदार बताते हैं कि ग्राहक बहुत चाव से मिट्टी का दीया खरीदने के लिए आ रहे हैं। मिट्टी का दीया बनाने वाले कुम्हार बताते हैं कि पहले वे लोग काफी सीमित मात्रा में मिट्टी का दीया बनाया करते थे। लेकिन दुकानदारों की डिमांड की वजह से इस वर्ष चौगुनी मात्रा में मिट्टी का दीया उन्हें बनाना पड़ा है। जिसका लाभ उन्हें प्राप्त हुआ है। मिट्टी के दीये की ऐसी डिमांड के पीछे लोग वोकल फोर लोकल तथा सोशल मीडिया पर स्वदेशी अपनाओ अभियान को सबसे बड़ी वजह मानते हैं। कोरोना की वजह से लगाए गए लाकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने वोकल फोर लोकल का अभियान पूरे भारत में चलाने की अपील की थी। प्रधानमंत्री की इस अपील के पश्चात सोशल मीडिया पर स्थानीय स्तर पर बनाए जानेवाले सामान का प्रचार जमकर हुआ है।