एचईसी वेलनेस सेंटर में मरीज को भर्ती नहीं करने से मौत, परिजनों ने किया हंगामा
एचईसी वेलनेस सेंटर में मरीज को समय पर एडमिट नहीं करने के कारण मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, रांची : एचईसी वेलनेस सेंटर में मरीज को समय पर एडमिट नहीं करने के कारण कंपनी के एक रिटायर्ड कर्मी की मौत मंगलवार की देर रात हो गई। इसके बाद मृतक के परिजनों और धुर्वा क्षेत्र के जनप्रतिनिधिओं ने बुधवार को जमकर हंगामा किया। इसके बाद वहां बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है। मृतक विजय कुमार सिंह सेक्टर-3 धुर्वा के निवासी थे। एचईसी से रिटायर्ड थे। घटना के बाद कंपनी ने दोपहर बाद रात की ड्यूटी में तैनात महिला चिकित्सक को मुख्यालय तलब किया और मृतक को न भर्ती करने का कारण बताने का आदेश दिया। वहीं मृतक के बेटे ने बताया कि रात 12 बजे के लगभग पिता को हार्ट अटैक आया था। वो अपने पिता को लेकर एचईसी वेलनेस सेंटर गए, जहां गेट में ताला बंद था। गार्ड डॉक्टर से पूछने के लिए गया, उसके बाद आधा घंटे तक ना गार्ड आया और ना डॉक्टर। थक हार कर लोग गुरुनानक हॉस्पिटल ले गए। गुरुनानक हॉस्पिटल में बोला गया कि यहां कोरोना का इलाज हो रहा है, इसलिए दूसरे हॉस्पिटल में ले जाइए। इसके बाद राज अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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नहीं लेकर आए थे डायरी
एचईसी को महिला चिकित्सक ने बताया कि मरीज के परिजन कंपनी से मिलने वाली इलाज की डायरी नहीं लेकर आए थे। ऐसे में नियम के अनुसार उनका इलाज करना मुश्किल था। इसके बाद कंपनी ने नियमों में संशोधन करते हुए आदेश दिया है कि आज से ही किसी भी आपात स्थिति में लाए गए मरीज का पहले इलाज किया जाएगा। इसके बाद हालात स्थिर होने या किसी दूसरे अस्पताल में रेफर करने से पहले मरीज के परिजन को डायरी देनी होगी। इसके साथ ही वेलनेस सेंटर की सुरक्षा बढ़ाने के लिए इसके चारों तरफ सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा।
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भड़कीं पार्षद, बोली- कभी काम न आया अस्पताल
वार्ड पार्षद सुचिता रानी राय का कहना है कि एचईसी वेलनेस सेंटर में कभी भी जरूरतमंद मरीजों का इलाज नहीं होता है। इतने बड़े क्षेत्र में एचईसी हॉस्पिटल को पारस हॉस्पिटल को देने के बाद वेलनेस सेंटर में धुर्वा वासियों का इलाज होने का भरोसा दिया गया था। लेकिन वेलनेस सेंटर बनने के बाद एचईसी वासियों को कोई भी लाभ नहीं हो रहा है। --------- कोट-------------
एचईसी प्रबंधन कंपनी इस घटना को लेकर काफी गंभीर है। हम मामले की जांच कर रहे हैं। जिस स्तर पर भी चूक हुई है। उनपर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में रात की ड्यूटी के डॉक्टर से पूछताछ की जा रही है।
एमके सक्सेना, निदेशक कार्मिक, एचईसी