पैसे-पैसे को मोहताज कोल वाहन मालिक
संवाद सूत्र सिमरिया (चतरा) कोल वाहन के मालिक इन दिनों खून के आंसू रो रहे हैं। उनके वा
संवाद सूत्र, सिमरिया (चतरा): कोल वाहन के मालिक इन दिनों खून के आंसू रो रहे हैं। उनके वाहन घर के बाहर खड़े हैं और उनपर किश्ती की मार पड़ रही है। किश्त नहीं देने के कारण लगातार फाइनेंशरों द्वारा उनका वाहन जब्त किया जा रहा है। जो वाहन मालिक घर बैठा कर वाहनों की किश्त जमा कर रहे हैं उनकी चल अचल संपत्ति बिक रही है। हालात इतने खराब है कि वाहन मालिक पैसे-पैसे के मोहताज हैं और अपने लाखों के वाहन औने-पौने दामों में बेच रहे हैं। वाहन मालिकों के इस दुर्दशा का मुख्य कारण रोड सेल कोयले का कम उठाव और बाहरी ट्रांसपोर्टरों द्वारा लोकल वाहन मालिकों के साथ भेदभाव बरतना बताया जा रहा है। वाहन मालिकों का कहना है कि बाहरी ट्रांसपोर्टर अपने साथ बाहर के वाहन भी ला रहे हैं और उन्हीं को कोयले की ढुलाई में प्राथमिकता दे रहे हैं। काफी मशक्कत के बाद लोकल वाहन मालिकों को धुलाई दिया भी जा रहा है तो इतने कम भाड़े में कि उससे वाहन का मेंटेनेंस भी मुश्किल है। यह एक तरह से लोकल वाहन मालिकों को तबाह करने कि साजिश है जिससे लोकल स्तर पर यह व्यवसाय नहीं पनप सकें। वाहन मालिकों ने इसके लिए कई बार आवाज बुलंद किए। जनप्रतिनिधियों और प्रशासन तक को जानकारी दी, कितु नतीजा शून्य है। अब ट्रक एसोसिएशन और हाइवा एसोसिएशन के बैनर तले वाहन मालिक एक बड़े आंदोलन की रूपरेखा बना रहे हैं ताकि लोकल स्तर के वाहन रोजगार को बचाया जा सके।