कुम्हारों के चाक की रफ्तार हुई तेज, दीपों से सजने लगी बाजार
संवाद सहयोगी चतरा प्रकाश का पर्व दीपावली की तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही है। लोग घरों क
संवाद सहयोगी, चतरा : प्रकाश का पर्व दीपावली की तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही है। लोग घरों की साफ-सफाई व रंगाई-पोताई में जुट गए है। शहर के लेकर गांव तक लोग दीपावली की तैयारियों में जुट चुके है। दुकानें अभी से ही रंग-बिरंगी लड़ियों से सजने लगी है। पटाखों से दुकान सजने लगे है। हालांकि बाजार में चाइनीज लाईटों की उतना भरमार नहीं दिख रही हैं। यही वजह है कि कुम्हारों के चेहरों की रौनक बढ़ी हुई है। दीपावली के एक माह पहले से ही कुम्हारों के चाक रफ्तार पकड़े हुए है। यहां लोगों में कोरोना का भय नही दिख रहा है। यही वजह है कि बाजार में दीपावली को लेकर अच्छी खासी भीड़ दिख रही है। इस वर्ष 12 नवंबर को धनतेरस है। जबकि 14 नवंबर को दीपावली है। दीपावली के नजदीक आ जाने के कारण लोग पूजन सामग्री बनाने के लिए दिनरात मेहनत कर रहे है। बढ़ती महंगाई की वजह से बाजार में इस बार बाजार में 80 से 100 रूपए के हिसाब से प्रति सैकड़े दीए उपलब्ध है। जबकि मिट्टी से बनी देवी-देवताओं की प्रतिमाएं चालीस रूपए से लेकर पांच सौ रूपए तक बाजार में उपलब्ध है। पर्व का सबसे अधिक उत्साह बच्चों में देखने को मिल रहा है। बच्चें अभी से ही पटाखे फोड़ने शुरू कर दी है। इधर धनतेरस को लेकर बाजार सजने लगी हैं। मिठाई दुकानों में अलग-अलग प्रकार के मिठाईयां बननी शुरू हो गई है। बाजार में लोगों का चहल-पहल बढ़ने लगी है। लोग अभी से ही धनतेरस में किस चीज की खरीदारी करनी है, इसका मन बना रहे है।
वहीं गिद्धौर प्रखंड में प्रकाश पर्व दीपावली व नेक निष्ठा व आस्था का पर्व छठ की तैयारी शुरू हो गई है। दीपावली को लेकर जहां लोग अपने अपने घरों को रंग रोगन व साफ सफाई करने में जुट गए हैं। वहीं दुकानदार भी अपने-अपने दुकानों को सजाने में युद्धस्तर पर जुट चुके हैं। जबकि नेक निष्ठा व आस्था का महापर्व छठ की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। सार्वजनिक छठ पूजा समिति द्वारा भगवान भास्कर सहित अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा का निर्माण कराया जा रहा है। प्रतिमा का निर्माण महेंद्र प्रजापति व गया के सुरेंद्र प्रजापति द्वारा किया जा रहा है। बताया गया कि सैट श्वेत घोड़ा पर सवार भगवान भास्कर छठ तालाब में तैरते नजर आएंगे। बताया जाता है कि 12 को धनतेरस व 14 को दीपावली व काली पूजा किया जाएगा। जबकि 18 नवंबर को नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व शुरू होगी। जो 21 को पारण के साथ समापन होगा।