कौलेश्वरी पर कोरोना गाइडलाइन अनुपालन कराने में प्रशासन फेल
संवाद सूत्र हंटरगंज (चतरा) प्रसिद्ध शक्तिपीठ कौलेश्वरी पर्वत पर कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन
संवाद सूत्र, हंटरगंज (चतरा) : प्रसिद्ध शक्तिपीठ कौलेश्वरी पर्वत पर कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन कराने में प्रशासन फेल साबित हो रहा है। वहां मुंडन संस्कार के लिए लगातार हजारों की भीड़ जुट रही है। सोमवार को भी शारीरिक दूरी का ख्याल और मास्क का इस्तेमाल किए बिना देह से देह टकराती करीब 20 हजार की भीड़ ने मां कौलेश्वरी के दर्शन किए, जबकि स्थानीय प्रशासन महज तमाशबीन बना रहा। सुबह से छोटी-बड़ी गाड़ियों में खचाखच भरकर श्रद्धालु जुट रहे थे। मां कौलेश्वरी मंदिर के पुजारी दंतार निवासी अनुज मिश्र की मानें तो सोमवार को भी करीब ढाई हजार बच्चों का मुंडन संस्कार कराया गया। पूरे राज्य में स्वास्थ्य पखवारा मनाया जा रहा है। वैश्विक महामारी को लेकर निषेधाज्ञा लागू है। एक जगह पांच से ज्यादा की भीड़ जुटने की मनाही है। ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर आपदा अधिनियम के तहत कार्रवाई का प्रावधान है। प्रशासन ने बाजाप्ता अधिसूचना जारी कर धार्मिक स्थल में श्रद्धालुओं की पूजा-अर्चना पर पाबंदी लगा रखी है। स्थानीय प्रशासन को इस गाइडलाइन को अक्षरश: लागू कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सबको मालूम है कि कौलेश्वरी शक्तिपीठ में मुंडन संस्कार के मुहूर्त पर भारी भीड़ जुटती है। खासकर कौलेश्वरी विकास प्रबंधन समिति तो वर्षों से इस भीड़ की साक्षी रही है। प्रबंधन समिति में सदर अनुमंडल पदाधिकारी पदेन अध्यक्ष, हंटरगंज अंचल अधिकारी पदेन सचिव और हंटरगंज प्रखंड विकास पदाधिकारी पदेन संयोजक हैं। इसके बावजूद इतनी बड़ी चूक समझ से परे है। इस संबंध में पूछे जाने पर अनुमंडल पदाधिकारी मुमताज अंसारी ने कहा कि नि:संदेह हंटरगंज स्थित पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को भीड़ नहीं लगाने देना चाहिए था। उन्हें हर हालत में कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन कराना चाहिए। भीड़ रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने आह्वान किया कि अपनी जान जोखिम में डालकर तीर्थयात्री नहीं जुटें। वैश्विक महामारी कोरोना पर नियंत्रण में प्रशासन की मदद करें।