जांच टीम की हरी झंडी के बाद शुरू होगा चोरकारी का पावर ग्रिड
संवाद सहयोगी इटखोरी (चतरा) राज्य सरकार की जांच टीम की हरी झंडी के बाद ही चोरकार
संवाद सहयोगी, इटखोरी (चतरा) : राज्य सरकार की जांच टीम की हरी झंडी के बाद ही चोरकारी गांव में नवनिर्मित पावर ग्रिड सबस्टेशन का संचालन शुरू हो पाएगा। जांच टीम को अप्रैल माह में ही जांच के लिए आना था। लेकिन कोरोना महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के कारण जांच टीम नहीं आ पाई। अब एक डेढ़ माह के बाद ही टीम स्थल पर पहुंचकर पावर ग्रिड सबस्टेशन का जांच करेगी। पावर ग्रिड के डीजीएम शिव शंकर कुमार ने बताया कि चतरा जिला में विद्युत की निर्बाध आपूर्ति के लिए इटखोरी प्रखंड के चोरकारी गांव में पावर ग्रिड सब स्टेशन का निर्माण कार्य तीन वर्ष पहले ही पूरा हो चुका है। कुछ काम बाकी रह गए थे जिन्हें अब पूरा कर लिया गया है। पावर ग्रिड का संचालन शुरू करने से पहले राज्य सरकार से इलेक्ट्रिकल लाइसेंस की आवश्यकता पड़ती है। इलेक्ट्रिकल लाइसेंस जांच टीम के द्वारा निर्गत किया जाता है। उन्होंने बताया कि जांच के लिए सरकार ने टीम का गठन कर दिया है। अप्रैल माह में टीम के आने की तैयारी हो चुकी थी। लेकिन इसी बीच लॉकडाउन लग जाने की वजह से टीम का दौरा स्थगित हो गया। उन्होंने बताया कि पावर ग्रिड सबस्टेशन के संचालन में अब एक से डेढ़ माह का विलंब और होगा। क्योंकि जब तक टीम नहीं आएगी तब तक पावर ग्रिड का संचालन संभव नहीं है।
चार किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन का काम भी है अधूरा :
चोरकारी के पावर ग्रिड सबस्टेशन के संचालन में ट्रांसमिशन लाइन का अधूरा काम भी बाधक बना हुआ है। हालांकि अब ट्रांसमिशन लाइन में सिर्फ चार किलोमीटर का ही काम बाकी रह गया है। लेकिन इसके लिए वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना आवश्यक है। जानकारी के अनुसार लातेहार जिला के जिस क्षेत्र में ट्रांसमिशन लाइन का चार किलोमीटर काम बाकी है। वहां ट्रांसमिशन लाइन के नीचे पड़ने वाले वृक्षों की कटाई की जानी है। इसके लिए विभाग के द्वारा वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए आवेदन पत्र बहुत पहले ही दिया जा चुका है। लेकिन वन विभाग से अब तक अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं हो पाया है।