छह सूत्री मांगों के समर्थन में पारा चिकित्साकर्मी की हड़ताल शुरू
संवाद सहयोगी चतरा सदर अस्पताल में अनुबंध पर कार्यरत पारा मेडिकल चिकित्साकर्मियों ने छह
संवाद सहयोगी, चतरा : सदर अस्पताल में अनुबंध पर कार्यरत पारा मेडिकल चिकित्साकर्मियों ने छह सूत्री मांगो के समर्थन में बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है। कर्मियों के हड़ताल पर जाने से सदर अस्पताल में कोरोना जांच, ओपीडी, महिला वार्ड सहित अन्य कार्य प्रभावित रहा। मरीज पूरी तरह हलकान दिखे। हड़ताल के दौरान सभी अनुबंध पारा चिकित्साकर्मी सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। जिसका नेतृत्व अस्पताल प्रबंधक मुर्शीद आलम कर रहे थे।
धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए अस्पताल प्रबंधक ने कहा कि कोविड-19 जैसे वैश्विक महामारी में पारा चिकित्साकर्मी जान जोखिम में डालकर जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। वैश्विक महामारी कोविड-19 में राज्य के स्वास्थ्य विभाग में सेवा के क्षेत्र में अगली पंक्ति में खड़ा अनुबंध कर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे है। सरकार द्वारा पूर्व में भी कुछ पारा मेडिकल कर्मियों का सीधा समायोजन भी किया गया है। उसी के तर्ज पर लंबे समय से कार्यरत मेडीकल कर्मियों का सीधा समायोजन कराने की मांग की। धरना के पश्चात कर्मियों ने सीएस डॉ. अरूण कुमार पासवान को छह सूत्री मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें कर्मियों ने स्थायीकरण नहीं होने तक सामान कार्य का सामान वेतन, कोविड-19 में काम करनेवाले स्वास्थ्य कर्मियों को एक महीने का अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि, कार्य करने के दौरान अगर किसी तरह की घटना होती हैं, तो 25 लाख का मुआवजा, नियमित कर्मियों की तरह छह माह का मातृत्व अवकाश, शहीद डैम, डीपीएम, डीडीएम, डीपीएम समेत अन्य पदों पर सीधा समायोजन करने की मांग शामिल है। कर्मियों ने कहा कि मांगे पूरी नहीं हुई, तो हड़ताल जारी रहेगा। मौके पर एक्सरे तकनीशियन दिलेर खान, एलटी सुरेश मंडल, चंदन कुमार सहित एएनएम, जीएनएम, आयुष चिकित्सक आदि मौजूद थे। हड़ताल से हंटरगंज में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई
संवाद सूत्र, हंटरगंज (चतरा): सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत अनुबंध पारा चिकित्सक कर्मी बुधवार से हड़ताल पर चले गए है। ऐसे में प्रखंड क्षेत्र के मरीजों का अब इलाज भगवान भरोसे होगा। बताया जाता है कि स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कुल 36 अनुबंध स्वास्थ्यकर्मी पदस्थापित है। इनमें आयुष चिकित्सक, एएनएम, फार्मासिस्ट, जीएनएम, लैब टेक्नीशियन के अलावा एनएचएम के सभी स्वास्थ्यकर्मी शामिल है। कर्मियों ने बताया कि वर्षों से समायोजन सहित अन्य मांग सरकार से की जा रही है। लेकिन अब तक कोई अमल नहीं किया गया। ऐसे में कर्मी मजबूरन अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है। इधर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव कराने आ रही महिलाओं को परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं लैब टेक्नीशियन नहीं रहने से कोरोना जांच एवं अन्य जांच प्रभावित हो रहा है। साथ ही आयुष चिकित्सकों के हड़ताल पर जाने से मरीजों को इलाज कराने में दिक्कत हो रहा है।