पानी व बिजली का संकट, त्राहि-त्राहि कर रहे लोग
जागरण संवाददाता चतरा शहर में बिजली और पानी का संकट विकराल रूप धारण करते जा रहा
जागरण संवाददाता, चतरा : शहर में बिजली और पानी का संकट विकराल रूप धारण करते जा रहा है। आधी आबादी जलापूर्ति सुविधा से महीनों से वंचित है। बल्कि यूं कहें कि इन क्षेत्रों में दो से ढाई महीनों से जलापूर्ति नहीं हो रही है। जब बरसात में यह हाल है, तो गर्मी का अंदाजा आप स्वयं लगा सकते हैं। शहर में चार दिनों से जलापूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। बकरीद के एक दिन पहले जलापूर्ति हुई थी। उसके बाद से वाटर सप्लाई बंद है।
बिजली की भी स्थिति अच्छी नहीं है। लो-वाल्टेज के साथ-साथ अनियमित बिजली आपूर्ति नियति बन चुकी है। सोमवार की पूरी रात बिजली रानी का दर्शन नहीं हुआ। विद्युत आपूर्ति के अधिकारियों का कहना है कि चतरा-बरही 33 हजार लाइन में इटखोरी के पास पेड़ गिर गया था। जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी। मंगलवार की सुबह व्यवस्था को बहाल कर दिया गया है। बिजली आपूर्ति की बदतर स्थिति पिछले कुछ दिनों से देखने को मिल रही है। सोमवार की रात एक ओर उमस भरी गर्मी और दूसरी ओर बिजली आपूर्ति व्यवस्था ठप थी। परिणामस्वरूप लोग पूरी रात जग कर बिताए हैं। जलापूर्ति की स्थिति तो और बदतर है। पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के अधिकारियों का कहना है कि बिजली की आपूर्ति नियमित नहीं हो रही है। जब कभी आपूर्ति व्यवस्था होती भी, तो वोल्टेज की समस्या उत्पन्न हो जाती है। पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार का कहना है कि उनके पास पानी की कमी नहीं है। पर्याप्त बिजली नहीं मिलने के कारण नियमित रूप से जलापूर्ति नहीं हो रही है।